उत्तर प्रदेश के एटा जिले में एक दर्दनाक घटना ने सबको झकझोर दिया। पति से हुए विवाद के बाद एक विवाहिता ने फंदे पर लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मायके वालों ने पहले हत्या का आरोप लगाया, लेकिन गांव में पंचायत के बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया, और कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई।
क्या है पूरा मामला?
कोतवाली देहात क्षेत्र के उद्दनपुर रामनगर गांव में रहने वाले ठाकुरदास ने बताया कि उनकी पुत्रवधू पूनम (28) का रविवार को पति रवेंद्र सिंह से किसी बात पर झगड़ा हो गया था। अगले दिन सोमवार को दोपहर करीब 2 बजे, जब घर पर कोई नहीं था, पूनम ने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पड़ोसियों और परिवार वालों ने दरवाजा तोड़कर उसे उतारा, लेकिन तब तक पूनम की सांसें थम चुकी थीं। सूचना मिलने पर फिरोजाबाद के मक्खनपुर थाना क्षेत्र के किनवई गांव से मायके वाले भी पहुंचे।
हत्या का शक, फिर समझौता
मायके वालों ने शुरू में पूनम की मौत को हत्या बताते हुए पुलिस को सूचित किया। गांव में पंचायत हुई, जहां दोनों पक्षों के बीच लंबी चर्चा के बाद समझौता हो गया। इसके चलते मायके वालों ने कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया। पुलिस ने मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम कराया। सीओ सिटी अमित कुमार ने बताया कि पूनम की शादी को लगभग 10 साल हो चुके थे, और उनके दो बच्चे हैं। प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है, लेकिन मौत का सटीक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा। अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है, लेकिन अगर तहरीर मिलती है, तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।