उत्तर प्रदेश के एटा जिले में एक मजदूर की संदिग्ध मौत ने सनसनी फैला दी है। मलावन थाना क्षेत्र के निगोह हसनपुर गांव के पास बंबा में मिले शव की पहचान धर्मेंद्र के रूप में हुई। तीन चिकित्सकों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया, जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि धर्मेंद्र की मौत पानी में डूबने से हुई। हालांकि, परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए जांच की मांग की है।
क्या है पूरा मामला?
नगला मंगली, थाना रिजोर निवासी अर्जुन सिंह ने बताया कि उनका भाई धर्मेंद्र मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करता था। 5 जुलाई की सुबह वह रोज की तरह एटा शहर के लिए निकला, लेकिन शाम तक घर नहीं लौटा। परिजनों ने रिश्तेदारों और आसपास तलाश की, मगर कोई सुराग नहीं मिला। दो दिन बाद भी कोई जानकारी न मिलने पर सोमवार को थाना रिजोर में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। उसी दिन दोपहर को सूचना मिली कि मलावन थाना क्षेत्र में बंबा के पास एक शव मिला है, जो मोर्चरी में रखा गया है। अर्जुन ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर शव की शिनाख्त अपने भाई धर्मेंद्र के रूप में की।
हत्या का शक और जांच
अर्जुन ने आरोप लगाया कि धर्मेंद्र को किसी ने अगवा कर हत्या की और शव को नहर में बहाकर सबूत मिटाने की कोशिश की। मंगलवार को हुए पोस्टमार्टम में डूबने से मौत की पुष्टि हुई, लेकिन पारदर्शिता के लिए इसकी वीडियोग्राफी कराई गई। सीओ सकीट कीर्तिका सिंह ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। यदि परिजनों से लिखित शिकायत मिलती है, तो प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
संवेदनशील मामला, पुलिस सतर्क
यह घटना इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। परिजनों के हत्या के दावे और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बीच विरोधाभास ने रहस्य को और गहरा दिया है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी पहलुओं की जांच शुरू कर दी है।