- 800 साल पुराने मंदिर में दिन में तीन बार रंग बदलता है शिवलिंग
आगरा। आगरा के शमशाबाद रोड पर स्थित श्री राजराजेश्वर महादेव मंदिर में सावन के पहले सोमवार यानी 14 जुलाई 2025 को विशाल भक्ति मेला लगेगा। यह 800 साल पुराना मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि इसके नर्मदेश्वर शिवलिंग की अनूठी विशेषता भक्तों को आकर्षित करती है, जो दिन में तीन बार रंग बदलता है। सुबह सफेद, दोपहर में नीला और शाम को गुलाबी रंग में नजर आने वाला यह शिवलिंग भक्तों के लिए चमत्कारी और वैज्ञानिकों के लिए सूर्य की किरणों का प्रभाव माना जाता है। सावन माह में लाखों श्रद्धालु यहां बेलपत्र और गंगाजल लेकर मनोकामना पूर्ति के लिए पहुंचते हैं।
मंदिर का ऐतिहासिक महत्व
मंदिर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश रावत के अनुसार, राजेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास 800 वर्ष पुराना है। मान्यता है कि भरतपुर के राजाखेड़ा क्षेत्र के एक सेठ नर्मदा नदी से शिवलिंग लेकर आ रहे थे। शमशाबाद रोड पर एक बगीचे में विश्राम के दौरान शिवलिंग को उठाने की कोशिश नाकाम रही। इसे भगवान की इच्छा मानकर सेठ ने यहीं शिवलिंग स्थापित किया। बाद में ग्रामीणों ने मिलकर मंदिर का निर्माण कराया। यह मंदिर आज भी आस्था और चमत्कार का प्रतीक बना हुआ है।
मनोकामना पूर्ति का विश्वास
मंदिर के महंत और भक्तों का मानना है कि यहां दर्शन मात्र से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मंदिर सेवा में कार्यरत रवि राज सैंथियां ने बताया कि बिना पूजा सामग्री या जल के भी श्रद्धालु मंदिर के शिखर के सामने शीश नवाकर आशीर्वाद पा सकते हैं। स्थानीय निवासी यशोदा का कहना है कि कोई भी भक्त यहां से खाली हाथ नहीं लौटता। हर साल सावन में 4 से 5 लाख श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते हैं, जिनमें कई कांवड़िए हरिद्वार से गंगाजल लाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं।
सावन के मेले की तैयारियां
सावन के पहले सोमवार को लगने वाले मेले के लिए मंदिर को फूलों, झंडों और आकर्षक लाइटों से सजाया गया है। मंदिर ट्रस्टी पप्पू ठाकुर ने बताया कि रविवार रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो जाती है। मंदिर प्रशासन ने सरकार से सहयोग की मांग की है ताकि व्यवस्थाएं और बेहतर की जा सकें। प्रशासन ने भी मेले के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। राजपुर चुंगी से कहरई मोड़ तक वाहनों की नो-एंट्री रहेगी और भारी वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा। पुलिस, मेडिकल टीमें और वॉलंटियर्स भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के लिए तैनात रहेंगे।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था
प्रशासन ने मेले और कांवड़ यात्रा के लिए ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया है। फूल सैय्यद चौराहा और अमर होटल तिराहा से भारी वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा। हल्के वाहनों को भी गोल मार्केट, राजपुर चुंगी तक ही अनुमति होगी। मंदिर के आसपास बैरिकेडिंग और पार्किंग की व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालुओं को असुविधा न हो। यह मेला न केवल आध्यात्मिक उत्साह का प्रतीक है, बल्कि आगरा की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को भी दर्शाता है।