उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के नारखी क्षेत्र में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां एक तथाकथित तांत्रिक ने बच्चे के जन्म का झांसा देकर एक विवाहिता के साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता की शादी को तीन साल बीत जाने के बाद भी संतान नहीं हुई थी, जिसके चलते वह और उसका पति तांत्रिक के पास झाड़-फूंक कराने पहुंचे थे। तांत्रिक ने बहाने बनाकर पति और ननद को दूर भेज दिया और फिर विवाहिता के साथ इस घिनौने कृत्य को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
घटना का विस्तृत ब्यौरा
हाथरस जिले की 22 वर्षीय विवाहिता की शादी तीन साल पहले हुई थी। संतान न होने की समस्या के कारण वह मानसिक रूप से परेशान थी। उसने अपनी इस समस्या को अपनी ननद के साथ साझा किया, जिसने उसे नारखी के मुनियाखेड़ा गांव में रहने वाले तांत्रिक चंद्रपाल सिंह के पास झाड़-फूंक कराने की सलाह दी। ननद ने बताया कि उसने भी छह साल पहले चंद्रपाल से झाड़-फूंक कराया था, जिसके बाद वह मां बनी थी। इस बात से प्रभावित होकर पीड़िता ने तांत्रिक पर भरोसा किया।
पहली मुलाकात और तांत्रिक का झांसा
5 जुलाई को पीड़िता अपने पति और ननद के साथ चंद्रपाल सिंह के पास मुनियाखेड़ा गांव में स्थित एक मंदिर पर पहुंची। तांत्रिक ने कुछ रस्में कीं और उन्हें 12 जुलाई को दोबारा आने को कहा। तांत्रिक ने दावा किया कि वह उनकी समस्या का समाधान कर सकता है और उन्हें “शर्तिया बेटा” होने का भरोसा दिलाया।
वारदात का दिन: तांत्रिक की घिनौनी हरकत
12 जुलाई को पीड़िता अपने पति और ननद के साथ फिर से मंदिर पहुंची। तांत्रिक ने पति को लड्डू गड़वाने और नींबू कटवाने के बहाने मंदिर के बाहर भेज दिया, जबकि ननद को कुछ सामान लाने के लिए कहा। मौके का फायदा उठाकर तांत्रिक ने पीड़िता को मंदिर से लगभग 400 मीटर दूर अपने कमरे के पास एक खेत में ले गया। वहां उसने पहले छेड़छाड़ की और फिर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया।
लगभग डेढ़ घंटे बाद जब पीड़िता मंदिर लौटी, तो उसने अपने पति और ननद को इस घिनौने कृत्य की जानकारी दी। पीड़िता की आपबीती सुनकर दोनों सदमे में आ गए।
पुलिस की कार्रवाई
पीड़िता की शिकायत पर नारखी थाने में पहले छेड़छाड़ की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया। लेकिन मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने दुष्कर्म की धारा (IPC की धारा 376) को जोड़ा। थानाध्यक्ष राकेश गिरी ने बताया कि रविवार सुबह तांत्रिक चंद्रपाल सिंह को मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया और उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पीड़िता को न्याय मिले।
सामाजिक और मनोवैज्ञानिक पहलू
यह घटना समाज में तांत्रिकों और झाड़-फूंक के नाम पर होने वाले अंधविश्वास और शोषण की गहरी जड़ों को उजागर करती है। संतान न होने की समस्या से जूझ रहे दंपति अक्सर ऐसे तथाकथित तांत्रिकों के झांसे में आ जाते हैं, जो उनके भरोसे का गलत फायदा उठाते हैं। इस मामले ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है, और लोग अब ऐसे तांत्रिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
प्रशासन और समाज से अपील
पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अंधविश्वास और झाड़-फूंक के चक्कर में न पड़ें। संतान न होने जैसी समस्याओं के लिए चिकित्सकीय सलाह लेना ही उचित है। साथ ही, समाज को भी जागरूक होने की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।