उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में सावन के पवित्र महीने में कांवड़ यात्रा के दौरान एक हृदयविदारक घटना ने सभी को झकझोर दिया। चहलारी घाट से गंगा जल लेकर मंदिर की ओर बाइक से जा रहे 16 वर्षीय किशोर चंदन कश्यप की रास्ते में अचानक तबीयत बिगड़ गई और कुछ ही देर में उसकी सांसें थम गईं। इस दुखद घटना ने न केवल चंदन के परिवार, बल्कि पूरे मोहल्ले को सदमे में डाल दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना कांवड़ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है।
घटना का विवरण: कांवड़ यात्रा में त्रासदी
घटना सीतापुर के बिसवां कोतवाली क्षेत्र के झज्जर मोहल्ले की है। रविवार को झज्जर मोहल्ले के निवासी चंदन कश्यप (16) अपने दोस्त रवि कश्यप और मानपुर थाना क्षेत्र के बिसेंडा गांव के श्रवण कश्यप के साथ बाइक से रेउसा थाना क्षेत्र में स्थित चहलारी घाट गए थे। सावन के पवित्र महीने में कांवड़ यात्रा के तहत वे गंगा जल लेकर स्थानीय मंदिर में जल चढ़ाने जा रहे थे। चंदन ने घाट पर गंगा जल भरा और अपने साथियों के साथ बाइक से मंदिर की ओर रवाना हुआ।
लेकिन रास्ते में अचानक चंदन की तबीयत बिगड़ने लगी। उसने अपने साथियों को कमजोरी और असहजता की शिकायत की। स्थिति बिगड़ते देख रवि और श्रवण उसे तुरंत बिसवां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले गए। वहां चिकित्सकों ने चंदन की जांच की, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। डॉक्टरों ने चंदन को मृत घोषित कर दिया। इस खबर ने चंदन के परिवार और मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ा दी।
परिवार का शोक और कोहराम
चंदन की मौत की खबर मिलते ही उसके परिजन रोते-बिलखते सीएचसी पहुंचे। उनकी मां, पिता, और अन्य रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल था। स्थानीय निवासियों के अनुसार, चंदन एक हंसमुख और मेहनती किशोर था, जो अपनी पढ़ाई और धार्मिक कार्यों में सक्रिय रहता था। परिजनों ने बताया कि चंदन सावन के महीने में हर साल कांवड़ यात्रा में हिस्सा लेता था और इस बार भी वह बड़े उत्साह के साथ चहलारी घाट गया था।
एक पड़ोसी ने बताया, “चंदन बहुत अच्छा लड़का था। वह अपने दोस्तों के साथ मंदिर में जल चढ़ाने जा रहा था। हमने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा हादसा हो जाएगा। यह हमारे लिए बहुत बड़ा सदमा है।” परिजनों ने इस दुखद घटना के लिए किसी को दोषी ठहराने से इनकार किया, लेकिन उनकी मांग है कि कांवड़ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर किया जाए।
पुलिस की कार्रवाई: पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव
घटना की सूचना मिलते ही बिसवां कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने चंदन के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सिटी सर्किल ऑफिसर (सीओ) दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि प्रारंभिक जांच में चंदन की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। उन्होंने कहा, “पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सटीक कारण पता चल सकेगा। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस ने चंदन के साथियों, रवि और श्रवण, के बयान भी दर्ज किए हैं। दोनों ने बताया कि चंदन ने रास्ते में अचानक कमजोरी और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की थी। पुलिस इस मामले में किसी भी गड़बड़ी की संभावना को खारिज नहीं कर रही है और सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
कांवड़ यात्रा और स्वास्थ्य जोखिम
सावन का महीना कांवड़ यात्रियों के लिए विशेष महत्व रखता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु गंगा जल लेकर शिव मंदिरों में जल चढ़ाते हैं। लेकिन इस दौरान लंबी यात्रा, गर्मी, और थकान के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी सामने आती हैं। चंदन की मौत ने कांवड़ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी, डिहाइड्रेशन, और पहले से मौजूद स्वास्थ्य समस्याएं ऐसी घटनाओं का कारण बन सकती हैं।
स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि कांवड़ यात्रा के रास्तों पर स्वास्थ्य शिविर और एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाए। एक कांवड़िए ने कहा, “हम लोग दिनभर पैदल चलते हैं या बाइक से लंबी यात्रा करते हैं। रास्ते में पानी और मेडिकल सुविधाएं होनी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाएं न हों।”
सामाजिक और प्रशासनिक प्रभाव
चंदन की असामयिक मृत्यु ने सीतापुर के झज्जर मोहल्ले और आसपास के क्षेत्रों में शोक का माहौल पैदा कर दिया है। यह घटना समाज में कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को उजागर करती है। सावन के महीने में उत्तर प्रदेश में लाखों कांवड़िए यात्रा करते हैं, और ऐसी घटनाएं प्रशासन के लिए एक चेतावनी हैं कि यात्रा मार्गों पर बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि चहलारी घाट और अन्य प्रमुख स्थानों पर मेडिकल कैंप और पानी की व्यवस्था की जाए। साथ ही, कांवड़ यात्रा के दौरान यातायात और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है।