आगरा के नरायच में सुमित नगर में 14 जुलाई 2025 को नगर निगम की अतिक्रमण हटाओ टीम को स्थानीय लोगों के उग्र विरोध का सामना करना पड़ा। सड़कों और नालियों पर बने अवैध रैंप और निर्माण तोड़ने पहुंची टीम का भीड़ ने घेराव कर लिया, जिसके बाद करीब एक घंटे तक तनावपूर्ण हंगामा चला। स्थिति अनियंत्रित होने पर रामबाग पुलिस चौकी से अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई। पुलिस की सख्ती के बाद बुलडोजर ने अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया। उसी दिन ताजगंज से शिल्पग्राम तक अवैध होर्डिंग और बैनर के खिलाफ भी अभियान चलाया गया, जिसमें दो दर्जन से अधिक अवैध संरचनाएं जब्त की गईं।
विस्तार
आगरा के नरायच क्षेत्र में सुमित नगर में सोमवार सुबह नगर निगम की अतिक्रमण हटाने वाली टीम उस समय मुश्किल में पड़ गई, जब स्थानीय लोगों ने सड़कों और नालियों पर बने अवैध रैंप और अन्य निर्माण तोड़ने की कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया। निगम ने पहले ही इन अतिक्रमणों को चिह्नित कर लिया था और शनिवार, 12 जुलाई 2025 तक इन्हें स्वेच्छा से हटाने की मोहलत दी थी। लेकिन, लोगों ने इस आदेश की अनदेखी की। जब निगम की टीम बुलडोजर लेकर कार्रवाई के लिए पहुंची, तो क्षेत्रवासियों ने उग्र विरोध शुरू कर दिया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
हंगामे का मंजर
नगर निगम की टीम सुबह सुमित नगर पहुंची और बुलडोजर के साथ अवैध रैंप और निर्माण तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की। जैसे ही बुलडोजर ने रैंप तोड़ने की कोशिश की, स्थानीय लोग भड़क गए और निगम कर्मियों का घेराव कर लिया। भीड़ ने नाराजगी जताते हुए जोरदार नारेबाजी शुरू की, जिसके कारण अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करीब एक घंटे तक ठप रही। हंगामा बढ़ता देख निगम अधिकारियों ने तुरंत रामबाग पुलिस चौकी से संपर्क किया। कुछ ही देर में अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा और भीड़ को नियंत्रित किया। पुलिस की मौजूदगी में बुलडोजर ने सड़कों और नालियों पर बने अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया।
अतिक्रमण की समस्या और इसके प्रभाव
सुमित नगर में सड़कों और नालियों पर बने अवैध रैंप और निर्माण लंबे समय से स्थानीय लोगों और प्रशासन के लिए सिरदर्द बने हुए थे। ये अतिक्रमण यातायात को बाधित करने के साथ-साथ बारिश के दौरान जलभराव की समस्या को बढ़ा रहे थे। स्थानीय निवासी अनिल शर्मा ने बताया कि कुछ लोग अपनी सुविधा के लिए सड़क पर रैंप बना लेते हैं, जिससे पैदल यात्रियों और वाहनों को परेशानी होती है। हालांकि, कुछ निवासियों का कहना था कि नगर निगम ने उन्हें अतिक्रमण हटाने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया, जिसके कारण विरोध हुआ। निगम अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि चिह्नित अतिक्रमणों को हटाने के लिए पहले ही नोटिस जारी किए गए थे, और कार्रवाई पूरी तरह कानूनी थी।
ताजगंज में अवैध होर्डिंग और बैनर के खिलाफ अभियान
नरायच में अतिक्रमण हटाने के साथ-साथ नगर निगम ने उसी दिन ताजगंज से शिल्पग्राम तक अवैध होर्डिंग, बैनर और पोस्टर के खिलाफ भी अभियान चलाया। संपत्ति विभाग की टीम ने इस क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक अवैध होर्डिंग और बैनर जब्त किए। ये होर्डिंग और बैनर बिना अनुमति के सड़कों के किनारे और सार्वजनिक स्थानों पर लगाए गए थे, जिससे शहर की सौंदर्यता प्रभावित हो रही थी। निगम ने चेतावनी दी कि भविष्य में अवैध होर्डिंग लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सामाजिक और प्रशासनिक प्रभाव
नरायच में हुए इस हंगामे ने आगरा में अतिक्रमण की गंभीर समस्या को फिर से उजागर किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम को अतिक्रमण हटाने से पहले जागरूकता अभियान चलाना चाहिए और लोगों को वैकल्पिक समाधान सुझाने चाहिए। दूसरी ओर, निगम अधिकारियों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी थी और लोगों को पहले ही नोटिस जारी किए गए थे। पुलिस की सख्ती और त्वरित कार्रवाई ने स्थिति को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह घटना प्रशासन के लिए एक सबक है कि अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया को और अधिक संवाद-आधारित और कम विवादास्पद बनाने की जरूरत है।