लखनऊ में विश्व युवा कौशल दिवस पर भव्य कौशल मेला: सीएम योगी ने किया उद्घाटन, 15 युवा आइकन सम्मानित, स्वरोजगार के लिए 5 लाख तक ऋण की घोषणा

लखनऊ में 15 जुलाई 2025 को विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक भव्य कौशल मेले का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया और 15 युवा आइकनों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया। उत्तर प्रदेश के 75 जिलों से आए कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों के प्रशिक्षणार्थियों ने इस मेले में हिस्सा लिया, जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और स्मार्ट प्रौद्योगिकी पर आधारित प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया गया। इस अवसर पर MNIT इलाहाबाद के साथ एक महत्वपूर्ण MOU साइन किया गया, और टाटा समेत अन्य इंडस्ट्री पार्टनर्स को सम्मानित किया गया। सीएम स्वरोजगार योजना के तहत 5 लाख रुपये तक के ऋण और 262 राजकीय आईटीआई को अपग्रेड करने की घोषणा भी की गई।

विस्तार

लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मंगलवार, 15 जुलाई 2025 को विश्व युवा कौशल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कौशल मेले ने उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए कौशल विकास और स्वरोजगार के नए अवसर खोले। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मेले का शुभारंभ किया, जिसमें प्रदेश के 75 जिलों से कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों के प्रशिक्षणार्थियों ने हिस्सा लिया। मेले का उद्देश्य युवाओं को आधुनिक तकनीकों, विशेष रूप से कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और स्मार्ट प्रौद्योगिकी से जोड़कर रोजगार और स्वरोजगार के लिए सशक्त बनाना था।

मेले के प्रमुख आकर्षण

  • 15 युवा आइकन सम्मानित: सीएम योगी ने 15 युवा आइकनों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और कौशल विकास में योगदान के लिए सम्मानित किया। ये युवा दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
  • MNIT इलाहाबाद के साथ MOU: उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन ने MNIT इलाहाबाद के साथ एक समझौता पत्र (MOU) साइन किया। इसके तहत प्रशिक्षणार्थियों को स्मार्ट प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षण और प्रशिक्षकों को उन्नत ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी।
  • इंडस्ट्री पार्टनर्स को सम्मान: टाटा के सुशील कुमार समेत कई ट्रेनिंग पार्टनर्स को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। टाटा के सहयोग से 262 राजकीय आईटीआई को अपग्रेड करने की योजना पर काम शुरू हो चुका है।
  • 262 आईटीआई का अपग्रेडेशन: 8,000 करोड़ रुपये की लागत से 262 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ अपग्रेड किया जा रहा है। इनमें नए ट्रेड्स और आधुनिक तकनीकों पर आधारित प्रशिक्षण शुरू किए गए हैं।
  • स्वरोजगार के लिए ऋण: सीएम स्वरोजगार योजना के तहत युवाओं को 5 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान करने की घोषणा की गई, ताकि वे नौकरी लेने के साथ-साथ नौकरी देने वाले भी बन सकें।
  • इनक्यूबेशन सेंटर: टाटा के सहयोग से पांच जिलों में इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जिसमें मुजफ्फरनगर भी शामिल है। ये सेंटर स्टार्टअप्स और नवाचार को बढ़ावा देंगे।
  • प्रोजेक्ट प्रवीण: 600 इंटर कॉलेजों में प्रोजेक्ट प्रवीण के तहत कौशल विकास प्रशिक्षण शुरू किया गया है, जो युवाओं को तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा से जोड़ेगा।

सीएम योगी का संबोधन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हमारी सरकार का सपना है कि युवा न केवल नौकरी लेने वाला, बल्कि नौकरी देने वाला भी बने। भारत को 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कुशल युवाओं की जरूरत है।” उन्होंने बताया कि पहले आईटीआई की स्थिति खराब थी, लेकिन उनकी सरकार ने 60 आईFrat को बेहतर किया और अब 262 और को अपग्रेड किया जा रहा है। उन्होंने युवाओं से आधुनिक तकनीकों को अपनाने और स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया।

व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री का बयान

व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कहा, “सीएम योगी स्वयं एक युवा आइकन हैं, जिनका नेतृत्व हमें प्रेरित करता है। हमारा लक्ष्य युवाओं को कुशल बनाना है, ताकि वे नौकरी देने वाले बनें।” उन्होंने बताया कि टाटा के सहयोग से 8,000 करोड़ रुपये की लागत से आईटीआई को अत्याधुनिक बनाया जा रहा है। नए ट्रेड्स में प्रशिक्षण शुरू किए गए हैं, और प्रशिक्षण के बाद युवा उद्योगों में रोजगार पा रहे हैं।

मेले में मौजूद गणमान्य व्यक्ति

इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, MSME मंत्री राकेश सचान, राज्यमंत्री मन्नू कोरी, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, सीएम के सलाहकार अवनीश अवस्थी, और कौशल विकास विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. हरिओम समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मेले में प्रशिक्षणार्थियों ने स्टाल्स पर अपने कौशल और नवाचारों का प्रदर्शन किया, जिनका सीएम योगी ने निरीक्षण किया।

कौशल विकास का महत्व

विश्व युवा कौशल दिवस हर साल 15 जुलाई को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य युवाओं में कौशल विकास को बढ़ावा देना और उन्हें रोजगार के लिए तैयार करना है। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, और सीएम स्वरोजगार योजना जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को आधुनिक तकनीकों जैसे एआई, रोबोटिक्स, और डेटा एनालिटिक्स में प्रशिक्षण दे रही है।

सामाजिक और आर्थिक प्रभाव

यह कौशल मेला उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ, जहां उन्हें प्रशिक्षण, नेटवर्किंग, और स्वरोजगार के अवसर मिले। टाटा और MNIT जैसे संस्थानों के साथ सहयोग से कौशल विकास को नई दिशा मिलेगी। स्थानीय प्रशिक्षणार्थी नेहा वर्मा ने बताया कि इस मेले ने उन्हें अपने स्टार्टअप के लिए नए विचार और प्रेरणा दी।

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