आगरा। आगरा में ताजमहल के पश्चिमी गेट पार्किंग में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक पर्यटक परिवार ने अपने बुजुर्ग सदस्य को हाथ-पैर बंधे हुए कार में बंद कर ताजमहल देखने चला गया। तेज धूप और उमस के कारण बंद कार में बुजुर्ग की हालत गंभीर हो गई थी। पश्चिमी गेट पार्किंग के गार्ड और कर्मचारियों की सतर्कता से बुजुर्ग की जान बचाई गई। पुलिस ने कार स्वामी की तलाश शुरू कर दी है।
घटना गुरुवार को ताजमहल के पश्चिमी गेट पार्किंग में हुई। गार्ड ने एक खड़ी कार में बुजुर्ग को देखा, जिनके हाथ और पैर कपड़े से बंधे थे। बुजुर्ग कमजोर और बेसुध हालत में थे, बोलने में असमर्थ थे। कार के अंदर भयंकर गर्मी और घुटन थी, जिससे उनकी स्थिति और बिगड़ रही थी। गार्ड ने तुरंत अन्य कर्मचारियों को बुलाया और कार का शीशा तोड़कर दरवाजा खोला। एक कर्मचारी ने बुजुर्ग को पानी पिलाया और उन्हें बाहर निकाला।
महाराष्ट्र नंबर की कार में मिले बुजुर्ग
कार पर महाराष्ट्र का नंबर प्लेट और महाराष्ट्र शासन का स्टिकर लगा था। कार की छत पर सामान बंधा हुआ था, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यह परिवार कार से ही घूमने आया था। संभावना है कि बुजुर्ग की कमजोर हालत और चलने-फिरने में असमर्थता के कारण परिवार ने उन्हें कार में बांधकर छोड़ दिया और ताजमहल घूमने चला गया। इस अमानवीय कृत्य ने स्थानीय लोगों और गार्ड्स में आक्रोश पैदा कर दिया।
त्वरित कार्रवाई और अस्पताल में भर्ती
पार्किंग कर्मचारियों ने तुरंत एम्बुलेंस बुलाई और बुजुर्ग को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है, और इलाज जारी है। घटना की सूचना ताज सुरक्षा पुलिस को दी गई, जो अब कार के मालिक और परिवार की तलाश में जुटी है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस मामले की जांच कर रही है ताकि जिम्मेदार लोगों को चिह्नित किया जा सके।
सामाजिक और नैतिक सवाल
इस घटना ने मानवीय संवेदनाओं और पारिवारिक जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल उठाए हैं। ताजमहल जैसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पर ऐसी अमानवीयता ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। पुलिस का कहना है कि कार स्वामी की पहचान होने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि बुजुर्गों के प्रति हमारी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता कितनी महत्वपूर्ण है।