- यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पर जासूसी के आरोप, पाकिस्तानी दूतावास के दानिश के साथ संपर्क में थी
- ढाकेश्वरी मंदिर और सैन्य अधिकारी की गाड़ी के वीडियो ने बढ़ाया संदेह, दोबारा बांग्लादेश जाने की थी तैयारी
- NIA, IB और मिलिट्री इंटेलिजेंस कर रही पूछताछ, बांग्लादेश तख्तापलट में ISI की भूमिका की पड़ताल
केंद्रीय जांच एजेंसियां हरियाणा की यूट्यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा के बांग्लादेश टूर की गहन जांच कर रही हैं, जिन्हें 16 मई 2025 को हिसार से पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. ज्योति पर पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी दानिश के इशारे पर बांग्लादेश जाने और संवेदनशील जानकारी साझा करने का आरोप है. खास बात यह है कि ज्योति ने ढाका यूनिवर्सिटी के आसपास वीडियो बनाए थे, जिसके छात्रों ने अगस्त 2024 में शेख हसीना सरकार का तख्तापलट किया था. NIA, IB, और मिलिट्री इंटेलिजेंस अब यह पता लगा रही हैं कि क्या ज्योति का बांग्लादेश दौरा तख्तापलट में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की भूमिका से जुड़ा था. ज्योति फिलहाल 4 दिन की पुलिस रिमांड पर है, जहां कई एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं।
संदिग्ध गतिविधियां
ज्योति मल्होत्रा, जो ‘ट्रैवल विद जो’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाती हैं, फरवरी 2025 में बांग्लादेश गई थीं. जांच एजेंसियों के अनुसार, वह पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी दानिश के संपर्क में थीं, जिसने उनकी यात्रा का खर्च उठाया था. ज्योति ने ढाका में ढाकेश्वरी देवी मंदिर के वीडियो बनाए, जहां उन्होंने हिंदू परिवारों से बातचीत की और दुर्गा पूजा जैसे त्योहारों की जानकारी दी. इसके अलावा, उन्होंने एक सैन्य अधिकारी की गाड़ी के कई एंगल से वीडियो शूट किए, जो सामान्य ट्रैवल ब्लॉगिंग से हटकर है और जासूसी के संदेह को गहराता है।
जांच में यह भी सामने आया कि ज्योति दोबारा बांग्लादेश जाने की तैयारी में थी. उसके घर से बांग्लादेश वीजा के लिए भरा हुआ फॉर्म मिला, जिसमें उसने ढाका के उत्तरा इलाके को अस्थायी पता बताया था. एजेंसियां यह जानना चाहती हैं कि ज्योति की इस यात्रा के पीछे दानिश का कौन सा संपर्क था और क्या वह किसी खास व्यक्ति से मिलने वाली थी. फरवरी में बांग्लादेश जाने की टाइमिंग भी संदिग्ध मानी जा रही है, क्योंकि भारतीय पर्यटक आमतौर पर दुर्गा पूजा के समय वहां जाते हैं।
ISI कनेक्शन की जांच
ढाका यूनिवर्सिटी के पास ज्योति द्वारा बनाए गए वीडियो ने जांच एजेंसियों का ध्यान खींचा है, क्योंकि यही विश्वविद्यालय अगस्त 2024 में शेख हसीना सरकार के खिलाफ तख्तापलट का केंद्र रहा था. एजेंसियां यह पता लगा रही हैं कि क्या ज्योति की गतिविधियां तख्तापलट में ISI की कथित भूमिका से जुड़ी थीं. ज्योति के मोबाइल की फोरेंसिक जांच में पाकिस्तानी हैंडलर के साथ चैट और दुबई से बैंक ट्रांजेक्शन मिले हैं, जो जासूसी के आरोपों को मजबूत करते हैं. इसके अलावा, ज्योति पर पठानकोट आर्मी बेस की रेकी करने का भी शक है।
पाकिस्तान और अन्य कनेक्शन
ज्योति 2023 में दो बार पाकिस्तान गई थी, जहां वह दानिश के संपर्क में थी. जांच में खुलासा हुआ कि उसने ISI एजेंट से पाकिस्तान में शादी करवाने की बात की थी, जिसने उसके जासूसी नेटवर्क में शामिल होने की संभावना को और गहरा दिया है. हरियाणा की गृह सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा कि ज्योति के बांग्लादेश और चीन दौरे भी जांच के दायरे में हैं, और वह पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा तक संपर्क स्थापित कर चुकी थी।
परिवार की प्रतिक्रिया
ज्योति के परिवार ने उसे निर्दोष बताया है, दावा किया कि वह केवल ट्रैवल ब्लॉगिंग के लिए विदेश जाती थी। हालांकि, जांच एजेंसियों का कहना है कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं, जैसे पाकिस्तानी अधिकारियों से चैट और गुप्त संदेश. X पर इस मामले ने तूल पकड़ा है, जहां कुछ यूजर्स ने इसे भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बताया, तो कुछ ने ज्योति को फंसाने की साजिश करार दिया. एक यूजर ने लिखा, “यूट्यूबर्स के बहाने ISI का जाल फैल रहा है, सरकार को और सख्ती करनी चाहिए.”