आगरा में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी: सेंट जोंस समेत चौराहों पर टूटे बोलार्ड, बाइक और ई-रिक्शा चालकों की जल्दबाजी जिम्मेदार

  • एमजी रोड, हरीपर्वत, दयालबाग जैसे व्यस्त चौराहों पर टूटे बोलार्ड, नगर निगम की पहल बेकार
  • जल्दी निकलने की होड़ में बाइक और ई-रिक्शा चालक तोड़ रहे नियम, 600 रुपये प्रति बोलार्ड का नुकसान
  • ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन की सख्ती की जरूरत, UPSC परीक्षा के दौरान जाम की आशंका

आगरा में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी ने शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने की कोशिशों को झटका दिया है. हरीपर्वत, सेंट जॉन्स, दयालबाग, भगवान टॉकीज, सूरसदन, मदिया कटरा, और यमुना किनारे जैसे व्यस्त चौराहों पर लगाए गए प्लास्टिक बोलार्ड को बाइक, कार, और ई-रिक्शा चालकों ने तोड़ दिया है. पूर्व मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी के निर्देश पर नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस ने इन बोलार्ड को लगवाया था ताकि यातायात व्यवस्थित हो, लेकिन जल्दी निकलने की होड़ में लोग इनके ऊपर से वाहन चला रहे हैं, जिससे अधिकांश बोलार्ड टूट गए या गायब हो गए. एक बोलार्ड की कीमत 600 रुपये है, और शहर में लगभग 5,000 बोलार्ड लगाए गए थे, जिससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

बोलार्ड का उद्देश्य और वर्तमान स्थिति
बोलार्ड सॉफ्ट प्लास्टिक के डंडे होते हैं, जिन्हें सड़क पर पेंच के साथ कसा जाता है. ये यातायात को नियंत्रित करने और चौराहों पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगाए गए थे. रात में चमकने की विशेषता के कारण ये दूर से दिखाई देते हैं, जिससे रात में वाहन चालकों को सुविधा होती है. हालांकि, सेंट जॉन्स, एमजी रोड, और अन्य चौराहों पर अब ज्यादातर बोलार्ड टूटे या गायब हैं. कुछ जगहों पर केवल उनके पेंच बचे हैं, जबकि कुछ बोलार्ड सड़क पर गिरे पड़े हैं. बाइक और ई-रिक्शा चालक इन बोलार्ड को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं, क्योंकि वे जल्दबाजी में इनके ऊपर से गुजर जाते हैं।

जल्दबाजी और नियमों की धज्जियाँ उड़ाना
आगरा के ये चौराहे शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में हैं, जहां ट्रैफिक का दबाव हमेशा रहता है. बोलार्ड का उद्देश्य वाहनों को लेन में रखना और अव्यवस्थित ड्राइविंग को रोकना था, लेकिन चालक इनके ऊपर से वाहन चलाकर नियम तोड़ रहे हैं. ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, सॉफ्ट प्लास्टिक होने के कारण बोलार्ड आसानी से झुक जाते हैं, जिसका फायदा चालक उठाते हैं।

प्रशासन की कोशिशें नाकाम
पुलिस और नगर निगम ने ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए कई कदम उठाए हैं. 27 जनवरी 2024 को आगरा के 43 चौराहों पर ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर नजर रखने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम और तत्काल चालान की व्यवस्था शुरू की गई थी. इसके बावजूद, बोलार्ड तोड़े जाने की घटनाएं रुक नहीं रही हैं. रविवार को UPSC प्रीलिम्स 2025 परीक्षा के कारण एमजी रोड, सिकंदरा, और खंदारी जैसे इलाकों में जाम की आशंका है, जिससे बोलार्ड की अनुपस्थिति और नियमों की अनदेखी स्थिति को और जटिल कर सकती है. जिलाधिकारी ने जनता से मुख्य मार्गों पर अनावश्यक आवाजाही से बचने की अपील की है।

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