ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक की पहली वार्ता: 1 जुलाई को कैदियों की रिहाई पर होगी चर्चा

  • दोनों देश सौंपेंगे जेलों में बंद नागरिकों की लिस्ट, भारत में 458 पाकिस्तानी, पाक में 242 भारतीय कैदी

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण रिश्तों के बीच पहली आधिकारिक बैठक 1 जुलाई 2025 को होगी। इस बैठक में दोनों देश अपनी-अपनी जेलों में बंद आम नागरिकों और मछुआरों की रिहाई पर चर्चा करेंगे। काउंसलर एक्सेस एग्रीमेंट 2008 के तहत दोनों पक्ष एक-दूसरे को कैदियों की सूची सौंपेंगे, ताकि उनके नागरिकों को कानूनी सहायता दी जा सके।

पाकिस्तान की जेलों में भारतीय कैदी

14 मई 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान की जेलों में 242 भारतीय नागरिक बंद हैं, जिनमें 193 मछुआरे और 49 आम नागरिक शामिल हैं।

भारत की जेलों में पाकिस्तानी कैदी

इसी तरह, भारतीय जेलों में 458 पाकिस्तानी नागरिक कैद हैं, जिनमें 377 आम नागरिक और 81 मछुआरे हैं।

ऑपरेशन सिंदूर और तनाव: पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाक संबंध तनावपूर्ण हो गए। जवाब में भारत ने 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी हमले किए, लेकिन भारतीय सेना की कार्रवाई में उसे भारी नुकसान हुआ। नतीजतन, पाकिस्तान ने सीजफायर की मांग की। दोनों देशों के बीच डीजीएमओ स्तर पर दो बार बातचीत हो चुकी है, लेकिन भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए अन्य सभी रिश्ते बंद रखे हैं।

बैठक का महत्व

ऐसे में 1 जुलाई की बैठक को दोनों देशों के बीच तनाव कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह वार्ता कैदियों की रिहाई और मानवीय आधार पर सहयोग को बढ़ावा दे सकती है।

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