इस्राइल की गलती का मिलेगा जवाब
ईरान और इस्राइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने इस्राइल को कड़ा संदेश दिया है। बुधवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस्राइल ने ईरान पर हमला कर बड़ी भूल की है। खामनेई ने चेतावनी दी कि इस्राइल को इस गलती की सजा भुगतनी पड़ेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि हिट-एंड-रन की रणनीति अब काम नहीं करेगी। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि ईरान किसी भी स्थिति में आत्मसमर्पण नहीं करेगा। यह बयान इस्राइल के हालिया हमलों और अमेरिका की चेतावनियों के जवाब में आया है।
अमेरिका को दी कड़ी प्रतिक्रिया
खामनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान का भी जवाब दिया। ट्रंप ने मंगलवार को ईरान से बिना शर्त आत्मसमर्पण की मांग की थी। इसके जवाब में खामनेई ने कहा कि धमकियों की भाषा ईरानी जनता पर कभी असर नहीं डालती। उन्होंने अमेरिका को चेताया कि किसी भी सैन्य कार्रवाई का परिणाम उसके लिए विनाशकारी होगा। खामनेई ने कहा कि ईरान न तो थोपी गई शांति स्वीकार करेगा और न ही युद्ध के दबाव में झुकेगा। उन्होंने ईरान के इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि ईरानी जनता हमेशा दृढ़ रही है।
तनाव का बढ़ता दौर
ईरान और इस्राइल के बीच तनाव हाल के महीनों में तेजी से बढ़ा है। इस्राइल के हमलों के बाद ईरान ने जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है। खामनेई के बयानों से साफ है कि ईरान अब पीछे हटने के मूड में नहीं है। उन्होंने अपने संबोधन में इस्राइल को अपराधी करार देते हुए कहा कि उसकी हरकतों का जवाब देना जरूरी है। साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी इस मुद्दे पर निष्पक्ष रुख अपनाने की अपील की।
आगे की संभावनाएं
खामनेई के इस बयान के बाद क्षेत्र में तनाव और बढ़ने की आशंका है। ईरान ने पहले भी इस्राइल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की बात कही है। वहीं अमेरिका का इस मुद्दे पर इस्राइल का समर्थन क्षेत्रीय समीकरण को और जटिल बना रहा है। खामनेई ने अपने बयान में सैन्य और कूटनीतिक दोनों स्तरों पर दृढ़ता दिखाई है। यह देखना होगा कि इस बयान के बाद ईरान और इस्राइल के बीच स्थिति किस दिशा में जाती है।