लखनऊ, 20 जून 2025
कानपुर में जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) के बीच टकराव का मामला अब तूल पकड़ चुका है। एक ओर CMO हरिदत्त नेमी को निलंबित कर दिया गया है, तो दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
क्या है मामला?
CMO डॉ. हरिदत्त नेमी पर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने वित्तीय अनियमितताओं और अस्पतालों से अवैध वसूली जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। इन आरोपों के आधार पर शासन ने सीएमओ को निलंबित कर लखनऊ महानिदेशालय से संबद्ध कर दिया है और विजिलेंस जांच शुरू कर दी गई है।
CMO का पलटवार:
निलंबन आदेश जारी होते ही डॉ. नेमी ने प्रेस वार्ता कर डीएम पर ही गंभीर आरोप लगा दिए। उन्होंने कहा कि डीएम उनसे “सिस्टम में आने” और “पैसे देने” की मांग करते रहे। इनकार करने पर उन्हें निलंबित करा दिया गया। साथ ही, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया गया।
सपा प्रमुख की प्रतिक्रिया:
इस पूरे मामले पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर बयान देते हुए कहा,
“ईमानदार ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकता है। कानपुर के डीएम और सीएमओ के बीच की टकराहट की सच्चाई को उजागर करने के लिए निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच जरूरी है।”