सोशल मीडिया पर लोगों की नाराजगी
भारतीय रैपर रफ्तार ने कनाडाई रैपर टॉमी जेनेसिस के नए म्यूजिक वीडियो ‘ट्रू ब्लू’ को हिंदू धर्म का अपमान बताकर इसका कड़ा विरोध किया है. वीडियो के कुछ दृश्यों में टॉमी के लुक और अश्लील डांस मूव्स ने विवाद खड़ा कर दिया है. रफ्तार ने सोशल मीडिया पर इसकी आलोचना करते हुए अपने प्रशंसकों से वीडियो को सभी प्लेटफॉर्म पर रिपोर्ट करने की अपील की है. यह मामला अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, और लोग इसे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बता रहे हैं.
विवाद की वजह
टॉमी जेनेसिस के ‘ट्रू ब्लू’ म्यूजिक वीडियो में उनके लुक और डांस मूव्स को लेकर विवाद शुरू हुआ. वीडियो में टॉमी ने कुछ सामान के साथ उत्तेजक और सनसनीखेज डांस किया है, जिसे लोग हिंदू धर्म के प्रतीकों का अपमान मान रहे हैं. रफ्तार ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा कि यह वीडियो उनके धर्म का मजाक उड़ाता है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने प्रशंसकों से वीडियो को फ्लैग करने का आह्वान किया, ताकि इसे हटाया जा सके. रफ्तार का कहना है कि इस तरह की हरकतें स्वीकार्य नहीं हैं और धार्मिक भावनाओं का सम्मान होना चाहिए.
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
वीडियो के कुछ क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं. कई यूजर्स ने टॉमी जेनेसिस की आलोचना करते हुए इसे भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म के प्रति असंवेदनशील बताया है. लोग इस वीडियो को धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला मान रहे हैं और इसे हटाने की मांग कर रहे हैं. न केवल भारत, बल्कि अन्य देशों में भी इसकी निंदा हो रही है. सोशल मीडिया पर टॉमी को ट्रोल किया जा रहा है, और यूजर्स का कहना है कि कला और रचनात्मकता के नाम पर धार्मिक प्रतीकों का गलत इस्तेमाल अस्वीकार्य है.
कला या अपमान
विवाद का केंद्र वीडियो में दिखाए गए कुछ दृश्य हैं, जिनमें हिंदू प्रतीकों को कथित तौर पर गलत तरीके से पेश किया गया है. लोगों का मानना है कि टॉमी ने जानबूझकर या अनजाने में ऐसे तत्वों का इस्तेमाल किया, जो धार्मिक भावनाओं को आहत करते हैं. यह पहला मौका नहीं है जब किसी म्यूजिक वीडियो या कला के नाम पर धार्मिक विवाद हुआ हो. कई यूजर्स का कहना है कि रचनात्मक स्वतंत्रता की आड़ में ऐसी सामग्री बनाना गलत है, जो किसी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाए.
आगे की कार्रवाई
रफ्तार की अपील के बाद उनके प्रशंसकों ने वीडियो को बड़े पैमाने पर रिपोर्ट करना शुरू कर दिया है. यह देखना बाकी है कि संबंधित प्लेटफॉर्म इस पर क्या कार्रवाई करते हैं. इस विवाद ने कला, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और धार्मिक संवेदनशीलता के बीच संतुलन पर फिर से बहस छेड़ दी है. लोग मांग कर रहे हैं कि टॉमी जेनेसिस इस मामले पर स्पष्टीकरण दें और यदि जरूरी हो तो माफी मांगें. यह घटना धार्मिक संवेदनशीलता के प्रति जागरूकता की जरूरत को रेखांकित करती है.