पिनाहट के 45 विद्यालयों को बंद करने का आदेश

बच्चों की कम संख्या होने पर नजदीकी विद्यालयों में होंगे स्थानांतरण

पिनाहट। जिन विद्यालयों में छात्र छात्राओं की संख्या बीस या उससे कम है। ऐसे सरकारी विद्यालयों को नजदीकी विद्यालयों में मर्ज कराया जा रहा है। पिनाहट में ऐसे 45 विद्यालयों की शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए जाने के बाद ग्रामीणों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है।

ब्लाक पिनाहट के करीब 45 सरकारी विद्यालयों में बीस या उससे अधिक बच्चों की संख्या होने पर विभाग इन विद्यालयों को नजदीकी में मर्ज किया जा रहा है। जिनमें बसई अरेला, बीधापुरा, सीयपुरा, शाहपुर खालसा, कुरकियन पुरा, तासौड, बाजकापुरा, रनूपुरा, बडापुरा, बरैंडा, समोखीपुरा, बरैंडा प्रथम, कछियारा,अनूप का पुरा, पुरा सुताहरी, सुताहरी, गोकुल पुरा,भौनिकपुरा, उदयपुर खालसा,पुरा गंगाराम, बीच का पुरा विप्रावली, बसई गूजर, पंजाब सिंह का पुरा, मनोना,पुरा बलधारी, यादव नगर, बजरिया, गुर्जा घाट, पिढौंरा द्वितीय, कांकर खेड़ा, गजौरा पूर्व माध्यमिक और प्राथमिक, ब्यालीसा, पुरा रामनीक, सूखा ताल, रोना की गढ़ी, बलाई, देवपुरा,अर्रूसा, उटसाना, पुरा रघुवीर, पुरा छदामी, पुरा नाहर सिंह, दौलतपुरा और पिनाहट द्वितीय के विद्यालयों को बंद कर नजदीकी विद्यालयों में मर्ज किया जा रहा है। जिसका ग्रामीणों पुर जोर विरोध कर रहे हैं। नगला भरी के प्रधान और कांकर खेड़ा के ग्रामीणों का कहना है। कि उनके बच्चे दूसरे गांव के विद्यालयों में नहीं जा पाएंगे। फसलों के समय पर अभिभावकों को अनहोनी का भय है।‌इसलिए इन विद्यालयों को मर्ज नहीं किया जाए।‌ग्रामीणों में ग्राम प्रधान उदय सिंह परिहार, रविन्द्र सिंह संगीता यसपाल सिंह, काकर खेड़ा मे संजय पाराशर, नवल सिंह, रामकुमार, राजकुमार,राहुल रहे।

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