लखनऊ, उत्तर प्रदेश | 25 जून 2025
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष की उड़ान भरकर इतिहास रच दिया। राकेश शर्मा के बाद वह अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बने। उनके माता-पिता लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में भावुक हो गए और कहा कि पूरे देश को उनके बेटे पर गर्व है।
मिशन और माता-पिता की भावनाएं
शुभांशु शुक्ला ने अपने तीन साथियों के साथ एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष यात्रा शुरू की, जो आठ दिन तक पृथ्वी की परिक्रमा करेगा। लखनऊ के कानपुर रोड पर सीएमएस में आयोजित एक समारोह में उनके माता-पिता, आशा शुक्ला और शंभू दयाल शुक्ला, शामिल हुए। आशा शुक्ला ने कहा, “यह हमारे लिए गर्व का पल है। त्रिवेणी नगर का हमारा बेटा इतनी ऊंचाइयों को छू रहा है। उसकी पत्नी ने इस सफलता में सबसे बड़ी भूमिका निभाई।” उनके पिता शंभू दयाल ने कहा, “हमारा आशीर्वाद शुभांशु के साथ है। वह लखनऊ और देश का नाम रोशन कर रहा है।”
नेताओं और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शुभांशु को बधाई देते हुए कहा, “यह अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत के लिए नया अध्याय है। मैं उन्हें और उनके परिवार को शुभकामनाएं देता हूं।” एसआईए इंडिया के अध्यक्ष डॉ. सुब्बा राव पावुलुरी ने कहा, “शुभांशु का अंतरिक्ष मिशन भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण है।”
गर्व का क्षण
शुभांशु की उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे लखनऊ और देश को गौरवान्वित किया है। जगह-जगह लगे उनके पोस्टर इस गर्व को बयां कर रहे हैं। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों में एक और मील का पत्थर साबित होगा।