आगरा में यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे न्यू आगरा अर्बन सेंटर बसने जा रहा है, जो जेवर एयरपोर्ट से आगरा को 130 किमी लंबी रैपिड रेल के जरिए जोड़ेगा। इसके साथ ही आगरा मेट्रो का विस्तार छलेसर, कालिंदी विहार, रामबाग और पोइया घाट तक होगा। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने 12,154 हेक्टेयर में न्यू आगरा अर्बन सेंटर के लिए मास्टर प्लान 2041 तैयार किया है, जिसका पहला चरण 2025-2029 तक पूरा होगा।
रैपिड रेल और मेट्रो का विस्तार
- रैपिड रेल प्रोजेक्ट: जेवर एयरपोर्ट से छलेसर (आगरा) तक 130 किमी का रैपिड रेल ट्रैक प्रस्तावित है। यह दिल्ली, एनसीआर और गाजियाबाद को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ेगा, फिर आगरा तक विस्तार होगा।
- आगरा मेट्रो का विस्तार:
- कैंट रेलवे स्टेशन से कालिंदी विहार तक 15 किमी का एलिवेटेड मेट्रो कॉरिडोर निर्माणाधीन है, जिसमें 2.5 किमी अतिरिक्त ट्रैक छलेसर तक बिछेगा।
- बिचपुरी से पोइया घाट तक 16 किमी का नया मेट्रो कॉरिडोर प्रस्तावित है।
- रामबाग चौराहे से टेढ़ी बगिया होते हुए यमुना एक्सप्रेस-वे तक 8 किमी का मेट्रो ट्रैक बनेगा।
- यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) और यीडा के बीच इस सप्ताह बैठक होगी, जिसमें मेट्रो और न्यू आगरा को जोड़ने की योजना पर चर्चा होगी।
न्यू आगरा अर्बन सेंटर की खासियत
- क्षेत्रफल: 12,154 हेक्टेयर में चार चरणों में विकसित होगा।
- जनसंख्या और रोजगार: 14 लाख लोग रह सकेंगे, 8.5 लाख को रोजगार मिलेगा।
- समयसीमा: पहला चरण 2025-2029 तक, पूरा मास्टर प्लान 2041 तक लागू होगा।
- मेट्रो नेटवर्क: 30 किमी के दो कॉरिडोर में 27 स्टेशन, 2047 तक 88 किमी में 11 नए कॉरिडोर प्रस्तावित।
भविष्य की तस्वीर
न्यू आगरा अर्बन सेंटर आधुनिक शहरीकरण का प्रतीक होगा, जो रैपिड रेल और मेट्रो के जरिए आगरा को जेवर एयरपोर्ट, दिल्ली और एनसीआर से जोड़ेगा। यह प्रोजेक्ट क्षेत्र के औद्योगिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा।