- घुघली ब्लॉक के 51 स्कूलों में समर कैंप, योगा से लेकर कोडिंग तक की गतिविधियां
- खेल, कला और जीवन कौशल: बच्चों को आत्मविश्वास और रचनात्मकता सिखा रहे कैंप
- 21 मई से 15 जून तक सुबह 7 से 10 बजे तक चलेगा समर कैंप
महराजगंज जनपद के घुघली ब्लॉक में 19 उच्च प्राथमिक और 32 कंपोजिट विद्यालयों में खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) चंद्रभूषण पाण्डेय की देखरेख में समर कैंप का आयोजन पूरे उत्साह के साथ चल रहा है. 21 मई से शुरू हुए ये कैंप 15 जून तक सुबह 7 से 10 बजे तक संचालित होंगे. इन कैंपों का मुख्य उद्देश्य गर्मी की छुट्टियों में बच्चों को रचनात्मक, शैक्षिक और शारीरिक गतिविधियों से जोड़कर उनके सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देना है.
समर कैंप में क्या-क्या हो रहा है?
घुघली ब्लॉक के विभिन्न स्कूलों में आयोजित इन कैंपों में बच्चे योगा, पेंटिंग, कैलीग्राफी, कोडिंग, मार्शल आर्ट, शूटिंग, कुकिंग विदआउट फायर और पर्सनैलिटी ग्रूमिंग जैसी गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं. खेलों में खो-खो, कबड्डी, क्रिकेट, वॉलीबॉल, फुटबॉल, बैडमिंटन, स्केटिंग और स्विमिंग जैसे रोमांचक गतिविधियां शामिल हैं. उदाहरण के लिए, कंपोजिट विद्यालय बिरैचा में योगा, खो-खो और फुटबॉल की गतिविधियां आयोजित की गईं, जहां प्रभारी प्रधानाध्यापक अश्वनी पटेल ने खेल और योगा के महत्व पर प्रकाश डाला. कंपोजिट विद्यालय बरवा खुर्द में म्यूजिकल चेयर, लूडो, कैरम और वॉलीबॉल जैसे खेलों ने बच्चों का उत्साह बढ़ाया.
BEO चंद्रभूषण पाण्डेय ने बताई खास बातें
खंड शिक्षा अधिकारी चंद्रभूषण पाण्डेय ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार घुघली ब्लॉक के 51 विद्यालयों में समर कैंप आयोजित किए जा रहे हैं. इन कैंपों में बच्चों के शारीरिक, मानसिक और रचनात्मक विकास पर जोर दिया जा रहा है. कैलीग्राफी और कोडिंग जैसी गतिविधियां बच्चों को आधुनिक कौशल सिखा रही हैं, जबकि शूटिंग और मार्शल आर्ट आत्मविश्वास और अनुशासन बढ़ा रहे हैं. कुकिंग विदआउट फायर और पर्सनैलिटी ग्रूमिंग जैसी गतिविधियां बच्चों को जीवन कौशल सिखा रही हैं. क्रिकेट, बैडमिंटन, स्विमिंग और फुटबॉल जैसे खेल शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा दे रहे हैं.
पाण्डेय ने बताया कि इन कैंपों को सफल बनाने में स्व-प्रेरित शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक और स्थानीय समुदाय का सहयोग मिल रहा है. शिक्षकों जैसे आशुतोष दुबे, भूरेलाल, डॉ. धनंजय मणि त्रिपाठी, अतुल कुमार मिश्र और यशवीर कृष्ण त्रिपाठी ने बच्चों को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
क्यों जरूरी हैं समर कैंप?
BEO के अनुसार, समर कैंप बच्चों को छुट्टियों में व्यस्त और प्रोडक्टिव रखने का एक शानदार तरीका है. ये कैंप न केवल बच्चों के कौशल को निखारते हैं, बल्कि सामाजिक और नेतृत्व क्षमता को भी बढ़ाते हैं. यह पहल बच्चों को आत्मविश्वास, रचनात्मकता और अनुशासन सिखाकर उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने में मदद कर रही है.