उत्तर प्रदेश से सटे नेपाल सीमा के रास्ते होने वाली सोने की तस्करी ने लखनऊ, गोरखपुर और वाराणसी को अवैध कारोबार का बड़ा केंद्र बना दिया है। तस्कर अवैध लग्जरी बसों और ट्रैवलर्स के जरिए सोना इन शहरों में पहुंचाकर हर महीने 15 से 20 करोड़ रुपये की कमाई कर रहे हैं। इस गोरखधंधे से सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है, जबकि तस्करी का सोना 99.9% शुद्धता के साथ बाजार में चमक रहा है।
तस्करी का नेटवर्क और मुनाफा
- जून 2025 की बरामदगी: हाल ही में 20 करोड़ रुपये का तस्करी का सोना जब्त किया गया, जिसकी कड़ियां मुंबई, आगरा और पंजाब तक जुड़ी हैं। यह सोना हांगकांग से नेपाल और फिर उत्तर प्रदेश के रास्ते बिहार पहुंचा था।
- मुनाफे का गणित: तस्करों को एक किलो सोने पर करीब 14.48 लाख रुपये का मुनाफा हो रहा है। सोना पिघलाकर राजस्थान के कोटा में आभूषण बनाए जा रहे हैं, जिन्हें पंजाब, हिमाचल और लखनऊ के व्यापारियों को बेचा जा रहा है।
- मार्ग: तस्कर अब ट्रेनों की सख्ती के बाद सड़क मार्ग का सहारा ले रहे हैं। महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच और श्रावस्ती जैसे सीमावर्ती जिलों से अवैध वाहनों के जरिए सोना पंजाब, चंडीगढ़, गुजरात, राजस्थान, हैदराबाद और गोवा तक पहुंच रहा है।
प्रमुख मामले
- मथुरा: सिद्धार्थनगर से एक किलो सोना ले जा रहे प्रमोद को पकड़ा गया। सोना नेपाल से लाया गया था।
- वाराणसी: संजय नामक व्यक्ति के पास बहराइच के रुपईडीहा से लाया गया सोना बरामद हुआ।
- लखनऊ: पश्चिम बंगाल के लालू महीश को सराय माली खां चौक पर सोना डिलीवर करने के लिए पकड़ा गया।
डीआरआई की कार्रवाई
10 मई 2025 को डीआरआई ने मुंबई के हितेश, राजेश कुमार और विजय कुमार को बिहार संपर्क क्रांति ट्रेन से 18 करोड़ रुपये का सोना ले जाते पकड़ा। सोना कपड़ों में छिपाकर ट्रॉली बैग में ले जाया जा रहा था। यह खेप हांगकांग से नेपाल होते हुए भारत पहुंची थी।
विशेषज्ञों की राय
पूर्व आईबी अधिकारी संतोष सिंह के मुताबिक, नेपाल के काठमांडू और पोखरा से चलने वाली बसें टूरिस्ट परमिट का दुरुपयोग कर तस्करी में शामिल हैं। ये बसें सोनौली और रुपईडीहा बॉर्डर से दिल्ली तक चलती हैं, जबकि टूरिस्ट परमिट केवल पर्यटन के लिए होता है।
आंकड़े
- डीआरआई डेटा: वित्तीय वर्ष 2024 में भारत में 4,869.6 किलोग्राम तस्करी का सोना जब्त किया गया।
- ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन: नेपाल से हर साल करीब 10 टन सोना भारत में तस्करी के जरिए लाया जाता है।
- शुद्धता: तस्करी के सोने की शुद्धता 99.9% होती है, जो बाजार में उच्चतम स्तर की मानी जाती है।