आगरा में ताजमहल के पश्चिमी जोन गेट के पास यलो जोन बैरियर पर फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले आरोपी पंकज सिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू हो गई है। पुलिस ने पंकज को जेल भेज दिया है और अब उसका शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने के लिए आजमगढ़ प्रशासन को रिपोर्ट भेजी है। पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्य मौजूद हैं, जो मामले को और मजबूत करते हैं।क्या हुआ था
घटना सोमवार सुबह 9:15 बजे की है। पंकज सिंह मथुरा नंबर की अर्टिगा कार से ताजमहल के यलो जोन बैरियर पर पहुंचा। बैरियर पर पुलिसकर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने अभद्रता की और तीन राउंड हवाई फायरिंग कर दी। फायरिंग के बाद वह मौके से भाग निकला। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे लखनऊ से गिरफ्तार किया। मंगलवार को उसे जेल भेज दिया गया।
शस्त्र लाइसेंस पर सवाल
जांच में पता चला कि पंकज सिंह का शस्त्र लाइसेंस 2021 में जारी हुआ था। हालांकि, उसने लाइसेंस की प्रति पुलिस को नहीं दिखाई। परिजनों का दावा है कि पंकज 2003 से मनोचिकित्सक से दवा ले रहा था। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद उसे शस्त्र लाइसेंस कैसे मिला। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि लाइसेंस निरस्त करने के लिए आजमगढ़ प्रशासन को पूरी घटना की जानकारी के साथ रिपोर्ट भेज दी गई है।
चालक पर भी कार्रवाई
पंकज को मथुरा के गोवर्धन से आगरा लाने वाले चालक नंदलाल पर भी पुलिस ने कार्रवाई की है। उसे पुलिसकर्मियों से अभद्रता करने का आरोपी बनाया गया है। पुलिस इस मामले में सभी पहलुओं की जांच कर रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
सुरक्षा पर सवाल
ताजमहल जैसे महत्वपूर्ण स्मारक के पास हुई इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई तेज कर दी है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के जरिए मामले को मजबूती दी जा रही है। यह घटना शस्त्र लाइसेंस देने की प्रक्रिया और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा के मुद्दों को फिर से उजागर करती है।