यूपी: छांगुर बाबा की अवैध कोठी पर बुलडोजर की चेतावनी, बेदखली नोटिस चस्पा!

बलरामपुर के उतरौला में मधपुर गांव में जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की आलीशान कोठी अवैध रूप से ग्राम सभा की बंजर भूमि (गाटा संख्या 337/370) पर बनी है। तहसीलदार उतरौला एसपी प्रजापति ने सोमवार, 7 जुलाई 2025 को बेदखली के दो नोटिस (17 मई और 26 मई) चस्पा किए। नोटिस में 7 दिन के भीतर अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी गई है, अन्यथा प्रशासन बुलडोजर से निर्माण ध्वस्त करेगा। सोमवार शाम 6:30 बजे पुलिस बल के साथ प्रशासनिक टीम ने कोठी के गेट पर नोटिस चस्पा किया।

पूर्व में दी गई चेतावनियां

तहसीलदार ने बताया कि पहले भी कई बार नोटिस भेजे गए, लेकिन कोठी का गेट नहीं खोला गया। राजस्व विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, नीतू रोहरा के नाम पर बना यह मकान बंजर भूमि पर है, जो आवासीय उपयोग के लिए स्वीकृत नहीं है। निर्माण अवैध होने के कारण इसे तत्काल हटाने का आदेश दिया गया है। प्रभारी निरीक्षक अवधेश राज सिंह ने कहा कि नोटिस के बाद मधपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

स्थानीय प्रतिक्रिया

कोठी में रह रहे छांगुर की बहू साबिरा ने कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि पुलिस की मौजूदगी से बच्चे डरे हुए हैं। प्रभारी निरीक्षक ने इन आरोपों को निराधार बताया।

सिख और सिंधी समाज का आक्रोश

सिख और सिंधी समुदाय ने गैर-मुस्लिम लड़कियों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराने के खिलाफ गुस्सा जताया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सख्त कार्रवाई और अपराधियों को फांसी की सजा देने की मांग की है।

यूएई कनेक्शन की जांच

यूपी एटीएस छांगुर की सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन और नवीन घनश्याम रोहरा के यूएई नेटवर्क की जांच कर रही है। दोनों ने 2014-2020 के बीच 19-19 बार यूएई की यात्रा की। 16 नवंबर 2015 को उनका धर्मांतरण दुबई के अल फारुख उमर बिन कताब सेंटर में हुआ, जिसे दुबई सरकार ने प्रमाणित किया। संदेह है कि गिरोह ने अलग-अलग नामों से पासपोर्ट बनवाए और खाड़ी देशों से फंडिंग लेकर यूपी, हरियाणा, महाराष्ट्र, मुरादाबाद, और नोएडा में धर्मांतरण का रैकेट चलाया।

छांगुर का बैकग्राउंड

छांगुर बाबा, जो खुद को हाजी पीर जलालुद्दीन के नाम से प्रचारित करता था, 2005 में अपने करीबी को ग्राम प्रधान बनवाने में सफल रहा और 2015 में खुद प्रधान बना। 2022 में उसने अपने बेटे महबूब को चुनाव में उतारा, जो हार गया। उसका नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है।

आगे की कार्रवाई

  • बुलडोजर कार्रवाई: 7 दिन में अतिक्रमण न हटने पर प्रशासन बुलडोजर से कोठी ध्वस्त करेगा।
  • एटीएस जांच: यूएई कनेक्शन और फंडिंग की जांच तेज।
  • संपत्तियों की जांच: छांगुर की अन्य संपत्तियों, जैसे उतरौला में प्लॉट और दुकान, की जांच जारी।

अपील

यह मामला अवैध धर्मांतरण और सरकारी जमीन पर कब्जे को उजागर करता है। नागरिकों से अनुरोध है कि ऐसी गतिविधियों की जानकारी प्रशासन को दें और शांति बनाए रखें।

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