आगरा, उत्तर प्रदेश | 25 जून 2025
आगरा के धनौली में एयरपोर्ट रोड पर 49.84 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा नाला 10 साल बाद भी अधूरा पड़ा है। गाद और मलबे से चोक यह नाला अब जलभराव की वजह बन गया है, जिससे खेरिया मोड़, नरीपुरा, और धनौली के रास्ते और मोहल्ले बारिश में डूब रहे हैं। सिविल सोसायटी ने मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) से निरीक्षण और समाधान की मांग की है।
जलभराव की वजह
धनौली में बन रहे एयरपोर्ट के सिविल एन्क्लेव के पास बारिश का पानी निकलने का कोई इंतजाम नहीं है। जल निगम द्वारा बनाया गया नाला अधूरा है और भारी स्लैब से ढकने के कारण पानी की निकासी रुक गई है। सिविल सोसायटी के सचिव अनिल शर्मा ने बताया कि धनौली से मलपुरा तक पानी की निकासी का कोई प्लान नहीं बनाया गया। नाला स्टोरेज टैंक की तरह काम कर रहा है, जिससे जलभराव की समस्या बढ़ गई है।
समाधान के लिए सुझाव
सिविल सोसायटी के अध्यक्ष शिरोमणि सिंह ने प्रस्ताव दिया कि नालों का पानी एक तालाब में एकत्र कर उस पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाया जाए। ट्रीटेड पानी को पंप के जरिए मलपुरा पुल के पास नहर में छोड़ा जा सकता है, जिसे खेती के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। सोसायटी के राजीव सक्सेना ने सीडीओ से निरीक्षण और इस मानसून सत्र में धन आवंटन की मांग की है।
लागत में बढ़ोतरी का सिलसिला
नाले का निर्माण 2014 में 30 करोड़ रुपये की लागत से शुरू हुआ था। 2017 में लागत बढ़कर 43.06 करोड़ रुपये हो गई। 2018 में जीएसटी और अन्य खर्च जोड़कर यह 49.58 करोड़ रुपये पहुंच गई। 2020 तक लागत 49.84 करोड़ रुपये हो गई। अब 110 करोड़ रुपये का नया प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। योजना में 6349 मीटर ट्रंक आरसीसी और 6563 मीटर ब्रांच आरसीसी नाले बनाए जाने थे, लेकिन काम अभी तक पूरा नहीं हुआ।
स्थानीय लोगों की परेशानी
जलभराव के कारण एयरपोर्ट गेट तक पानी भर रहा है, जिससे यात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह अधूरी परियोजना न केवल सरकारी धन की बर्बादी का उदाहरण है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही को भी उजागर करती है।