“आगरा में दिल दहलाने वाली घटना: दूध पीने से दो मासूमों की मौत, डेयरी की जांच शुरू”

आगरा के कागारौल क्षेत्र में एक ऐसी दुखद घटना सामने आई है, जिसने पूरे मोहल्ले को हिलाकर रख दिया। करबला मोहल्ला निवासी पशु व्यापारी भूरा के दो मासूम बच्चों—11 महीने के बेटे अवान और 2 साल की बेटी माहिरा—की गुरुवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में दूध पीने के बाद मृत्यु हो गई। इस घटना ने परिवार को गहरे सदमे में डुबो दिया, और स्थानीय बच्चू रावत की डेयरी से लिए गए दूध पर सवाल उठने लगे। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की टीम ने डेयरी पर छापा मारा और दूध के नमूने जांच के लिए भेजे हैं।

घटना का विवरण:

भूरा, जो पशु बिक्री का कारोबार करते हैं, गुरुवार सुबह अपने परिवार के साथ आगरा में एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। देर रात घर लौटने के बाद, भूरा ने कागारौल के जगनेर रोड पर स्थित बच्चू रावत की डेयरी से, जो उनके घर से लगभग आधा किलोमीटर दूर है, 1 लीटर दूध खरीदा। मां मुस्कान ने इस दूध को अपने दोनों बच्चों, अवान और माहिरा, को पिलाया। आधा लीटर दूध बचा हुआ था। दूध पीने के बाद दोनों बच्चे सो गए।

रात करीब 12 बजे, जब मुस्कान जागीं, तो उनकी नजर अपने बच्चों पर पड़ी। दोनों बच्चों में कोई हरकत नहीं थी। घबराई मां ने शोर मचाया, जिससे परिवार के अन्य सदस्य जाग गए। परिजन तुरंत दोनों बच्चों को नजदीकी अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने अवान को मृत घोषित कर दिया, जबकि माहिरा की सांसें अभी चल रही थीं। परिवार ने माहिरा को दिल्ली गेट के एक अस्पताल में भर्ती कराने की कोशिश की, लेकिन वहां भर्ती नहीं किया गया। इसके बाद उन्हें पास के दूसरे अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान माहिरा ने भी दम तोड़ दिया। इस हृदयविदारक घटना से परिवार में कोहराम मच गया।

पुलिस और खाद्य विभाग की कार्रवाई:

घटना की सूचना मिलते ही शुक्रवार सुबह पुलिस मौके पर पहुंची। सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) सैंया सुकन्या शर्मा ने बताया कि परिवार से पूछताछ की गई, जिसमें भूरा ने बताया कि उन्होंने बच्चू रावत की डेयरी से दूध लिया था, जिसे बच्चों को पिलाया गया था। भूरा ने दूध में किसी विषाक्त पदार्थ की आशंका जताई, लेकिन उन्होंने पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया और कोई लिखित शिकायत भी नहीं दी।

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में बच्चू रावत की डेयरी पर छापा मारा। सहायक आयुक्त खाद्य महेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि डेयरी में दो ड्रमों में दूध भरा हुआ था। दोनों ड्रमों से एक-एक नमूना लिया गया है, जिसे लैब में जांच के लिए भेजा गया है। यदि जांच में दूध मिलावटी या विषाक्त पाया गया, तो डेयरी मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फोरेंसिक टीम ने भी घर और डेयरी से दूध के सैंपल लिए हैं, जिनकी जांच चल रही है।

डेयरी मालिक का पक्ष:

बच्चू रावत, जो पिछले 40 वर्षों से कागारौल में दूध का व्यवसाय कर रहे हैं, इस घटना से सकते में हैं। एसीपी सुकन्या शर्मा ने बताया कि अभी तक डेयरी से दूध पीने के कारण किसी अन्य व्यक्ति ने कोई शिकायत दर्ज नहीं की है। छापेमारी के दौरान खाद्य विभाग की टीम को देखते ही आसपास के कई दूध विक्रेता अपनी दुकानों के शटर गिराकर भाग गए।

परिवार का दर्द:

इस दुखद घटना ने भूरा और मुस्कान के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। मासूम अवान और माहिरा की अचानक मृत्यु ने न केवल परिवार, बल्कि पूरे मोहल्ले को स्तब्ध कर दिया। परिजनों ने पोस्टमॉर्टम से इनकार कर दिया, जिसके कारण बच्चों की मृत्यु का सटीक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका।

आगे की जांच:

पुलिस और खाद्य विभाग इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। दूध के नमूनों की लैब रिपोर्ट का इंतजार है, जो यह स्पष्ट करेगी कि दूध में कोई मिलावट या विषाक्त पदार्थ था या नहीं। यदि जांच में कोई गड़बड़ी पाई गई, तो डेयरी मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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