आगरा के सुल्तानगंज क्षेत्र में एक 20 वर्षीय युवक कुनाल की बेरहमी से हत्या कर उसका शव हाथरस के सहपऊ क्षेत्र में एक सूखे कुएं में फेंक दिया गया। चार दिन पहले घर से निकले कुनाल का सड़ा-गला शव इतनी भयावह स्थिति में मिला कि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर के भी हाथ कांप गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, युवक के सिर पर किसी भारी वस्तु से प्रहार किया गया, जिससे उसकी मौत हुई। शरीर को कीड़ों ने इस कदर क्षत-विक्षत कर दिया था कि अन्य चोटों के निशान स्पष्ट नहीं हो सके। इस जघन्य हत्याकांड में पुलिस ने दो संदिग्धों, जिनमें एक स्थानीय प्रधान और उसका बेटा शामिल हैं, को हिरासत में लिया है। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सुल्तानगंज की पुलिया पर शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया।घटना का विवरण:
आगरा के सुल्तानगंज की पुलिया क्षेत्र में रहने वाले देवेंद्र प्रजापति का परिवार बल्केश्वर में मिठाई और चाट का व्यवसाय करता है। उनका 20 वर्षीय बेटा कुनाल अपने पिता के व्यवसाय में सहायता करता था। 27 जून 2025 की सुबह करीब 11 बजे, कुनाल स्कूटर लेकर घर से निकला और कुछ देर में लौटने की बात कही। लेकिन जब वह देर तक नहीं लौटा, तो उसकी मां वर्मा देवी ने फोन किया। कुनाल ने बताया कि वह हाथरस रोड पर है और कुछ लोग उसे कहीं ले जा रहे हैं, साथ ही उसने आशंका जताई कि कहीं उसे मार न दिया जाए। इसके बाद उसका फोन बंद हो गया। परिजनों ने तुरंत उसकी तलाश शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 28 जून को परिजनों ने हरीपर्वत थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की और शक जताया कि उनके घर दूध सप्लाई करने वाले परिवार के लोग इस मामले में शामिल हो सकते हैं। पुलिस ने खंदौली क्षेत्र के प्रधान पप्पू यादव और उनके बेटे शिवम को हिरासत में लिया। पूछताछ में संदिग्धों ने कबूल किया कि कुनाल की हत्या कर उसका शव सहपऊ क्षेत्र के एक सूखे कुएं में फेंक दिया गया। 30 जून की देर रात करीब 2 बजे पुलिस ने बाजरा के खेतों के बीच बने कुएं से कुनाल का शव बरामद किया। शव की हालत इतनी खराब थी कि उसे निकालने में पुलिस को एक घंटे की मशक्कत करनी पड़ी। शव के ऊपर की खाल उतर रही थी, और कीड़ों ने शरीर को बुरी तरह क्षत-विक्षत कर दिया था। पुलिस ने तिरपाल की मदद से शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम की भयावह सच्चाई:
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस हत्याकांड की क्रूरता को उजागर किया। रिपोर्ट के अनुसार, कुनाल के सिर पर किसी भारी वस्तु से जोरदार प्रहार किया गया, जिससे उसकी मौत हुई। शरीर पर कीड़ों के कारण इतना नुकसान हुआ था कि अन्य चोटों के निशान स्पष्ट नहीं हो सके। इस दृश्य ने पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर को भी झकझोर दिया। सहपऊ के सीओ हिमांशु माथुर ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट को आगरा भेजा गया है, और मामले की गहन जांच की जा रही है। परिजनों का गुस्सा और प्रदर्शन:
कुनाल के चाचा देवकीनंदन ने बताया कि उनके परिवार की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, फिर भी उनके भतीजे को बेरहमी से मार डाला गया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने चार दिन तक तलाश में ढिलाई बरती, जिससे उनकी उम्मीदें टूटती गईं। गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने सुल्तानगंज की पुलिया पर शव रखकर 45 मिनट तक सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती, तो शायद कुनाल को बचाया जा सकता था। संदिग्धों की भूमिका और फिरौती की कॉल:
परिजनों ने बताया कि उनके घर 30 साल से दूध सप्लाई करने वाले खंदौली के प्रधान पप्पू यादव के परिवार से उनका पुराना रिश्ता था। पप्पू का बेटा शिवम भी दूध देने आता था। लेकिन जब कुनाल गायब हुआ, तो शिवम से पूछताछ में वह गुमराह करता रहा। परिजनों का दावा है कि हत्यारोपियों ने कुनाल की हत्या के बाद फिरौती के लिए भी कॉल किया था। पुलिस ने संदिग्धों की निशानदेही पर शव बरामद किया और अब उनसे पूछताछ जारी है। परिजनों ने पप्पू और उनके परिवार की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़:
कुनाल अपने परिवार का सबसे बड़ा बेटा था और दो भाइयों व दो बहनों में सबसे जिम्मेदार था। आठ महीने पहले उसके पिता देवेंद्र का एक्सीडेंट हो गया था, जिसके बाद कुनाल ने ही परिवार के कारोबार को संभाला था। उसकी हत्या की खबर सुनकर उसकी मां वर्मा देवी और बहन दीक्षा बेहोश हो गईं। परिवार चार दिन से कुनाल की तलाश में रात-दिन एक कर रहा था, लेकिन इस दुखद अंत ने सभी को तोड़ दिया। पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए संदिग्धों को हिरासत में लिया है और जांच को तेज कर दिया है। सीओ हिमांशु माथुर ने बताया कि हत्या के कारणों और अन्य संदिग्धों की भूमिका का पता लगाने के लिए जांच जारी है। पुलिस ने परिजनों को आश्वासन दिया है कि दोषियों को सख्त सजा दिलाई जाएगी।
आगरा में दिल दहलाने वाली हत्या: युवक का शव कुएं में सड़ा-गला, कीड़ों ने खाया शरीर, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी कांप उठे
