आगरा के इंद्रपुरी (न्यू आगरा) में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। बारिश के कारण सड़क पर हुए जलभराव में बिजली के करंट की चपेट में आए 21 वर्षीय छात्र प्रकाश की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। करंट इतना तेज था कि वह सड़क पर एक घंटे तक तड़पता रहा, लेकिन कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया। गुस्साए परिजनों ने टोरेंट पावर कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए न्यू आगरा थाने में तहरीर देने की बात कही है। परिवार में मातम का माहौल है, और माता-पिता ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
घटना का विस्तृत ब्यौरा
मथुरा के खिरारी, राया निवासी गजेंद्र सिंह चौधरी एक किसान हैं। उनका 21 वर्षीय बेटा प्रकाश इंद्रपुरी, न्यू आगरा में रहकर सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। दो साल पहले इंटरमीडिएट पास करने के बाद उसे आगरा भेजा गया था, ताकि वह कोचिंग और लाइब्रेरी के जरिए अपने सपनों को पूरा कर सके। शनिवार दोपहर वह कोचिंग और लाइब्रेरी जाने के लिए निकला था। लेकिन बारिश के कारण इंद्रपुरी की गलियों में एक फुट तक पानी भर गया था। टोरेंट पावर के जंक्शन बॉक्स से रिसाव के कारण सड़क पर करंट दौड़ रहा था। प्रकाश ने जलभराव से बचने के लिए सड़क के किनारे से निकलने की कोशिश की, लेकिन करंट की चपेट में आ गया और गिर पड़ा। करंट की तीव्रता इतनी थी कि वह उठ नहीं सका और तड़प-तड़प कर उसकी जान चली गई।
परिजनों का आरोप: टोरेंट की लापरवाही
प्रकाश के पिता गजेंद्र सिंह ने टोरेंट पावर कंपनी पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उनका बेटा करीब एक घंटे तक करंट की चपेट में सड़क पर तड़पता रहा, लेकिन न तो बिजली काटी गई और न ही कंपनी की ओर से कोई मदद पहुंची। उन्होंने कहा, “अगर समय पर बिजली काट दी जाती या कोई मदद के लिए आता, तो मेरा बेटा आज जिंदा होता।” परिजनों ने न्यू आगरा थाने में तहरीर देने की बात कही है, जिसमें टोरेंट के अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की गई है। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि अभी तक तहरीर प्राप्त नहीं हुई है, लेकिन जांच शुरू कर दी गई है। आसपास के लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, और मामले की गहन जांच की जाएगी।
स्थानीय लोगों की शिकायत: बार-बार की समस्या
इंद्रपुरी के निवासी अशोक गोरख ने बताया कि बारिश के दौरान गलियों में जलभराव आम बात है। नालियों के पास टोरेंट के जंक्शन बॉक्स लगे हैं, जो अक्सर रिसाव का कारण बनते हैं। पांच साल पहले भी इसी जंक्शन बॉक्स से एक गोवंश की करंट लगने से मौत हो गई थी, लेकिन इसके बावजूद कोई सुरक्षा उपाय नहीं किए गए। अशोक ने कहा कि शनिवार को जलभराव इतना था कि लोग निकल नहीं पा रहे थे। प्रकाश ने सड़क के किनारे से निकलने की कोशिश की, लेकिन करंट की चपेट में आ गया।
बिजली कटने में देरी
स्थानीय निवासी विशाल भारद्वाज ने बताया कि वह अपनी छत पर थे जब उन्हें प्रकाश की चीख सुनाई दी। वह तुरंत सड़क पर पहुंचे और देखा कि प्रकाश तड़प रहा था। उन्होंने तुरंत टोरेंट की हेल्पलाइन पर कॉल किया, लेकिन पांचवीं बार में फोन उठा। हेल्पलाइन पर पहले कनेक्शन नंबर मांगा गया, जो उनके पास नहीं था। इसके बाद विशाल स्कूटर से टोरेंट के न्यू आगरा कार्यालय पहुंचे, तब जाकर बिजली काटी गई। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
दोस्तों का दर्द: होनहार था प्रकाश
प्रकाश के दोस्त शंकर और तुषार इस घटना से गहरे सदमे में हैं। शंकर ने बताया कि वह पिछले दो साल से प्रकाश के साथ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। प्रकाश बहुत होनहार था और रोज कोचिंग जाता था। शनिवार को वह अकेले कोचिंग जा रहा था। शंकर ने कहा, “अगर हम साथ होते, तो शायद उसे बचा लेते। अगर स्थानीय लोगों ने हिम्मत दिखाई होती, तो समय रहते उसे बचाया जा सकता था।” तुषार ने बताया कि घटना दोपहर ढाई बजे की है, लेकिन बिजली कटने में एक घंटे की देरी हुई, जिसके कारण प्रकाश को नहीं बचाया जा सका।
परिवार में मातम, समाज में गुस्सा
प्रकाश की मौत ने उसके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। माता-पिता के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। भाई रामू ने बताया कि परिवार का सपना था कि प्रकाश सरकारी नौकरी हासिल करे। इसके लिए उसे दो साल पहले आगरा भेजा गया था। इस घटना ने न केवल परिवार को तोड़ा है, बल्कि समाज में टोरेंट पावर की लापरवाही के खिलाफ गुस्सा भी भड़क उठा है। लोग इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।