आगरा में पौधरोपण अभियान की हकीकत: मंत्री के पौधों को ट्री-गार्ड लगाकर बचाए, बाकी पानी में डूबे

आगरा में 9 जुलाई 2025 को प्रदेशव्यापी पौधारोपण महाभियान के तहत आवास विकास सेक्टर 9 के पार्क में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने पौधरोपण किया। शासन के निर्देश पर जिले में 56.40 लाख पौधे लगाने का दावा किया गया, जो लक्ष्य से 1.47 लाख अधिक है। हालांकि, कार्यक्रम के 24 घंटे बाद पार्क की स्थिति निराशाजनक पाई गई। मंत्री और अतिथियों द्वारा लगाए गए पौधों को ट्री-गार्ड से सुरक्षित किया गया, लेकिन बाकी पौधे जलभराव में डूब गए और कई खराब हो गए।

जलभराव ने बिगाड़ी स्थिति
9 जुलाई को कार्यक्रम के समापन के कुछ घंटों बाद हुई मूसलाधार बारिश ने आवास विकास सेक्टर 9 के पार्क में जलभराव कर दिया। इस कारण पार्क के बीच में लगाए गए लगभग 50% पौधे पानी में डूब गए। कई पौधे टूट गए, जबकि कुछ को रोपने का काम ही पूरा नहीं हुआ। पार्क में लाई गई हरी घास भी पूरी तरह नहीं लगाई गई और इसका अधिकांश हिस्सा बाउंड्री के किनारे छोड़ दिया गया। पार्क में गड्ढों को भरने और समतल करने का काम भी अधूरा रह गया, जिसके कारण गिट्टी और पत्थर बिखरे पड़े हैं।

मंत्री और अतिथियों के पौधों पर विशेष ध्यान
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि योगेंद्र उपाध्याय ने पाखड़ का पौधा रोपा, जबकि नोडल अधिकारी प्रमुख सचिव डॉ. हरिओम, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल और एमएलसी विजय शिवहरे ने पारस पीपल के पौधे लगाए। इन पांच पौधों को ट्री-गार्ड लगाकर सुरक्षित किया गया। हालांकि, बाकी पौधों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। कई पौधे पार्क में बिना रोपे ही छोड़ दिए गए, जो जलभराव के कारण खराब होने की कगार पर हैं।

पार्क की तैयारी भी रही अधूरी
पौधारोपण से दो दिन पहले पार्क की साफ-सफाई और समतल करने का काम शुरू हुआ था, लेकिन कार्यक्रम के बाद इसे अधूरा छोड़ दिया गया। पार्क में गहरा गड्ढा अब भी नहीं भरा गया है. कार्यक्रम के 24 घंटे बाद भी टेंट नहीं हटाया गया, जो बारिश में भीग गया। बाउंड्री के किनारे रखे पौधे और घास भी बिना लगाए छोड़ दिए गए। यह स्थिति दर्शाती है कि अभियान को केवल औपचारिकता तक सीमित रखा गया।

विभागवार पौधरोपण का लक्ष्य
शासन ने आगरा को 54.92 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य दिया था, लेकिन स्थानीय स्तर पर 56.40 लाख पौधे लगाए गए। इसमें पर्यावरण विभाग (1.85 लाख), ग्राम्य विकास (19.53 लाख), राजस्व विभाग (1.63 लाख), पंचायतराज (1.97 लाख), आवास विकास (12 हजार), लोक निर्माण (22 हजार), कृषि विभाग (7.80 लाख), उद्यान विभाग (2.40 लाख) और नगर विकास विभाग (3.34 लाख) शामिल हैं। हालांकि, आवास विकास सेक्टर 9 के पार्क की स्थिति इस बड़े दावे पर सवाल उठाती है।

जिम्मेदारी की कमी
पौधरोपण के बाद रखरखाव की जिम्मेदारी स्पष्ट नहीं होने से पौधों की स्थिति खराब हुई। कर्मचारियों ने केवल अतिथियों के पौधों को सुरक्षित करने पर ध्यान दिया, जबकि बाकी पौधों को जलभराव और लापरवाही का शिकार होना पड़ा। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण के बजाय औपचारिकता बनकर रह गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *