आगरा के खेड़ा राठौर थाने पर एक युवक ने पुलिस पर बेरहमी से पिटाई का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित का दावा है कि पुलिस ने उसका पूरा शरीर नीला कर दिया और उसे छोड़ने के लिए 12 हजार रुपये की उगाही की। इस मामले की शिकायत डीसीपी पूर्वी जोन से की जाएगी। हालांकि, पुलिस ने पिटाई और रुपये लेने के आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
क्या है पूरा मामला?
उदयपुर कला गांव के सत्यवीर ने बताया कि मंगलवार को खेड़ा राठौर थाने की पुलिस उनके घर पहुंची और उन्हें पूछताछ के लिए थाने ले गई। पुलिस का कहना था कि सत्यवीर ने महुआशाला गांव के एक व्यक्ति के गोवंश को बांध लिया था। सत्यवीर ने इसका खंडन करते हुए कहा कि उन्होंने किसी गोवंश को नहीं बांधा। उनका कहना है कि एक गोवंश उनके खेत में घुस आया था और फसल को नुकसान पहुंचाने के बाद उसे भगा दिया गया था।
पिटाई और उगाही के आरोप
सत्यवीर का आरोप है कि पुलिस ने उनकी एक न सुनी और लाठी-डंडों से उनकी बेरहमी से पिटाई की। इससे उनके पूरे शरीर पर नीले निशान पड़ गए, हाथ सूज गया, और घुटने व पंजे में गंभीर चोटें आईं। पीड़ित का दावा है कि पुलिस ने उन्हें छोड़ने के लिए 12 हजार रुपये की मांग की और रकम लेकर ही रिहा किया। इस घटना से सत्यवीर का परिवार दहशत में है।
पुलिस का जवाब
खेड़ा राठौर थाने के थानाध्यक्ष ने दावा किया कि सत्यवीर को गोवंश बांधने की शिकायत पर पूछताछ के लिए थाने लाया गया था। सत्यवीर ने गोवंश लौटा दिया, जिसके बाद उसे छोड़ दिया गया। उन्होंने रुपये लेने के आरोप को पूरी तरह गलत बताया। डीसीपी पूर्वी जोन अली अब्बास ने कहा कि अभी तक इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है, लेकिन अगर शिकायत प्राप्त होती है, तो जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।