आगरा में सड़क पर भरे पानी में करंट का कहर: छात्र की दर्दनाक मौत, CCTV में कैद हुआ दिल दहलाने वाला मंजर

आगरा के इंद्रपुरी (न्यू आगरा) में बारिश के बाद सड़क पर भरे पानी में करंट लगने से 21 वर्षीय छात्र प्रकाश की दर्दनाक मौत हो गई। यह दिल दहलाने वाली घटना सीसीटीवी में कैद हो गई, जिसमें दिखा कि प्रकाश सड़क पर पानी में गिरकर तड़पते रहे, लेकिन कोई भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं बढ़ सका। परिजनों ने टोरंट पावर कंपनी और इसके अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है, जबकि घटना का वायरल सीसीटीवी फुटेज पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

विस्तार: आगरा के इंद्रपुरी क्षेत्र में शनिवार को हुई बारिश ने एक होनहार छात्र की जिंदगी छीन ली। मथुरा के खिरारी, राया निवासी 21 वर्षीय प्रकाश न्यू आगरा में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। उस दिन दोपहर को वह लाइब्रेरी जाने के लिए घर से निकले थे। सड़क पर बारिश का पानी जमा था, जिसमें 11 हजार वोल्ट की बिजली लाइन से करंट दौड़ रहा था। जैसे ही प्रकाश ने जलभराव वाले रास्ते से गुजरने की कोशिश की, करंट ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। वह पानी में गिर गए और तड़पने लगे। आसपास मौजूद लोग यह मंजर देखकर सहम गए, लेकिन करंट के डर से कोई भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं बढ़ सका।

सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि हादसे के बाद सड़क पर अफरातफरी मच गई। लोग और गाड़ियां रुक गईं, लेकिन करंट का खतरा इतना ज्यादा था कि कोई पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका। तकरीबन एक घंटे तक प्रकाश सड़क पर करंट की चपेट में तड़पते रहे, लेकिन टोरंट पावर कंपनी की ओर से बिजली काटने या कोई मदद पहुंचाने की कोई कोशिश नहीं की गई। आखिरकार, एक घंटे बाद बिजली बंद की गई, लेकिन तब तक प्रकाश की मौत हो चुकी थी। इस घटना ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया।

परिजनों का आरोप और कानूनी कार्रवाई: प्रकाश के पिता गजेंद्र सिंह ने न्यू आगरा थाने में तहरीर देकर टोरंट पावर कंपनी, इसके पूर्व उपाध्यक्ष शैलेष देसाई, पीआरओ भूपेंद्र कुमार और कंपनी के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कराया है। तहरीर में कहा गया है कि टोरंट पावर की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। बिजली के पोल में 11 हजार वोल्ट की लाइन से सड़क पर करंट दौड़ रहा था, जिसकी कोई सूचना या सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। परिजनों ने सख्त कार्रवाई की मांग की है।

एसीपी हरीपर्वत विनायक भोसले ने बताया कि लापरवाही से मृत्यु के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में सात साल से कम की सजा का प्रावधान है। पुलिस साक्ष्य जुटा रही है और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, तहरीर में शैलेष देसाई को जीएम बताया गया था, लेकिन वह पूर्व उपाध्यक्ष हैं और सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

वायरल सीसीटीवी फुटेज: घटनास्थल के पास का 6.50 मिनट का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसमें साफ दिख रहा है कि जलभराव वाली सड़क पर लोग पैदल और गाड़ियों से गुजर रहे थे। अचानक प्रकाश के करंट की चपेट में आने से हड़कंप मच गया। लोग डर के मारे दूर खड़े रहे, और कोई भी मदद के लिए आगे नहीं बढ़ सका। यह फुटेज पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया है और टोरंट पावर की लापरवाही पर सवाल उठा रहा है।

सामाजिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया: इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। परिजनों और स्थानीय निवासियों ने टोरंट पावर की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। बारिश के मौसम में बिजली के तारों और पोलों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन और बिजली कंपनियों की जिम्मेदारी पर भी बहस छिड़ गई है।

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