- दिल्ली गेट हॉस्पिटल में टाइल्स को लेकर विवाद, पुलिस से भी हुई तकरार
- बसपा और भीम आर्मी ने की कार्रवाई की मांग, पुलिस ने दिया आश्वासन
- अप्रैल में लगी थीं टाइल्स, जांच में जुटी पुलिस
आगरा के थाना हरीपर्वत क्षेत्र में दिल्ली गेट पर स्थित सरकार नर्सिंग होम में 23 मई 2025 को बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर और भगवान बुद्ध की तस्वीर वाली टाइल्स को फर्श पर लगाने को लेकर बड़ा हंगामा हुआ. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भीम आर्मी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में हॉस्पिटल पहुंचे और हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. कार्यकर्ताओं का आरोप था कि फर्श पर लगी टाइल्स से बाबा साहब और भगवान बुद्ध का अपमान हो रहा है, जिससे उनके अनुयायियों की भावनाएं आहत हुई हैं. इस दौरान पुलिस के साथ कार्यकर्ताओं की तकरार और खींचतान भी हुई. पुलिस ने मामले को शांत कराने की कोशिश की और कार्रवाई का आश्वासन दिया.
क्या है विवाद?
दिल्ली गेट स्थित सरकार नर्सिंग होम की छत के फर्श पर बाबा साहब और भगवान बुद्ध की तस्वीर वाली दो टाइल्स लगी हैं, जो अप्रैल 2025 में लगाई गईं थीं. बसपा और भीम आर्मी कार्यकर्ताओं का कहना है कि इन टाइल्स पर लोगों के पैर पड़ने से महापुरुषों का अपमान हो रहा है. शुक्रवार दोपहर को सूचना मिलने पर कार्यकर्ता हॉस्पिटल पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया. उन्होंने हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर गुस्सा देखा गया, जहां कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाया.
पुलिस के साथ तकरार
सूचना पर दिल्ली गेट चौकी इंचार्ज और एसीपी हरीपर्वत विनायक भौसले मौके पर पहुंचे और कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की. इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ अभद्रता की और खींचतान की, जिसमें एक पुलिसकर्मी की नेम प्लेट उखड़ गई और एक सिपाही के गले पर नाखून लगने की बात सामने आई. पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ तहरीर दर्ज कर ली और जांच शुरू कर दी. एडिशनल डीसीपी आदित्य कुमार ने कहा कि बाबा साहब का अपमान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी, साथ ही कानून-व्यवस्था भंग करने वालों पर भी सख्ती की जाएगी.
आगे क्या?
बसपा और भीम आर्मी ने चेतावनी दी है कि अगर हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे. पुलिस ने कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी. यह घटना आगरा में तनाव का कारण बनी हुई है, और स्थानीय प्रशासन इसे गंभीरता से ले रहा है.