आगरा में एमजी रोड पर मेट्रो निर्माण कार्य के कारण यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। सेंट जोंस से साईं की तकिया और सुंदरपाड़ा से कलेक्ट्रेट चौराहे तक वाहन जाम में फंस रहे हैं। सावन के पहले सोमवार को स्थिति और गंभीर हो गई, जब 5 मिनट की दूरी तय करने में 45 मिनट लग गए। मेट्रो कार्य में तेजी लाने और जाम से निजात दिलाने के लिए कमिश्नर शैलेंद्र कुमार सिंह ने अधिकारियों को तलब किया है। यातायात पुलिस ने वैकल्पिक मार्गों की एडवाइजरी जारी की है, ताकि लोग जाम से बच सकें।
विस्तार
आगरा में मेट्रो रेल परियोजना के तहत एमजी रोड पर चल रहे निर्माण कार्य ने शहर की यातायात व्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कैंट रेलवे स्टेशन से प्रतापपुरा चौराहा होते हुए भगवान टॉकीज तक करीब 6 किलोमीटर लंबे खंड पर एलिवेटेड मेट्रो ट्रैक का निर्माण हो रहा है। इस कारण सड़क के दोनों ओर 10-10 फुट की बैरिकेडिंग की गई है, जिससे एमजी रोड कई जगहों पर संकरी हो गई है। नतीजतन, सेंट जोंस से साईं की तकिया और सुंदरपाड़ा से कलेक्ट्रेट चौराहे तक भीषण जाम की स्थिति बन रही है। सावन के पहले सोमवार को रावली महादेव मंदिर पर भक्तों की भीड़ के कारण जाम और गंभीर हो गया। दोपहर 12 से 2 बजे और शाम 5 से 7 बजे तक वाहनों को रेंगते हुए देखा गया, और 5 मिनट की दूरी तय करने में 45 मिनट तक लग गए।
मेट्रो कार्य और जाम की चुनौती
एमजी रोड पर मेट्रो का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, लेकिन इसके कारण यातायात व्यवस्था पर भारी दबाव पड़ रहा है। संजय प्लेस से दीवानी तक डिवाइडर पर बैरिकेडिंग की योजना है, लेकिन सड़क किनारे मौजूद पेड़ों के कारण जाम की समस्या और बढ़ने की आशंका है। स्थानीय व्यापारियों ने भी बैरिकेडिंग का विरोध किया है, क्योंकि इससे उनके व्यवसाय प्रभावित हो रहे हैं। मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने इस समस्या को गंभीरता से लिया और मेट्रो परियोजना निदेशक अरविंद राय, पीडब्ल्यूडी चीफ इंजीनियर एनके यादव, प्रशासन और वन विभाग की संयुक्त टीम को डिवाइडर शिफ्टिंग के लिए सर्वे करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, मेट्रो निर्माण की गति बढ़ाने के लिए भी कहा गया है।
यातायात पुलिस की एडवाइजरी: वैकल्पिक मार्ग
जाम से निजात दिलाने के लिए यातायात पुलिस ने वैकल्पिक मार्गों की एडवाइजरी जारी की है। लोगों से अपील की गई है कि वे एमजी रोड के बजाय निम्नलिखित मार्गों का उपयोग करें:
- भगवान टॉकीज: सिकंदरा और दयालबाग से दीवानी, सूरसदन, संजय प्लेस, हरीपर्वत, सेंट जोंस या देहली गेट जाने वाले वाहन सुल्तानगंज की पुलिया, पालीवाल पार्क, सेंट पीटर्स कॉलेज और हरीपर्वत चौराहे से होकर जा सकते हैं।
- दीवानी: हरीपर्वत, सेंट जोंस, सुभाष पार्क या कलेक्ट्रेट जाने वाले वाहन आरबीएस, मदिया कटरा, लोहामंडी, एसीपी लोहामंडी कट और पंचकुइयां से होकर जा सकते हैं।
- हरीपर्वत: हरीपर्वत से क्लब चौराहे की ओर जाने वाले वाहन मदिया कटरा, लोहामंडी, पंचकुइयां, तहसील, कलेक्ट्रेट, छीपीटोला और तारघर से होकर जा सकते हैं।
- सेंट जोंस: सेंट जोंस से क्लब चौराहा जाने वाले वाहन लोहामंडी चौराहा, पंचकुइयां, तहसील, कलेक्ट्रेट, छीपीटोला और तारघर से होकर जा सकते हैं।
- साईं की तकिया: साईं की तकिया से क्लब चौराहे की ओर जाने वाले वाहन नामनेर चौराहा और टैंक चौराहे से होकर जा सकते हैं।
- क्लब चौराहा: भगवान टॉकीज से एनएच-19 की ओर जाने वाले वाहन करियप्पा चौराहे, अमर सिंह गेट चौराहे, विक्टोरिया पार्क तिराहा, जीवनी मंडी और वाटर वर्क्स से होकर जा सकते हैं।
- प्रतापपुरा चौराहा: प्रतापपुरा से एनएच-19 और भगवान टॉकीज की ओर जाने वाले वाहन बालूगंज, अमर सिंह गेट, यमुना किनारा, जीवनी मंडी और वाटर वर्क्स से होकर जा सकते हैं।
- क्लब चौराहा, प्रतापपुरा, साईं की तकिया: हरीपर्वत और सूरसदन चौराहे की ओर जाने वाले वाहन बालूगंज, अमर सिंह गेट, छत्ता कट और सिटी स्टेशन रोड से होकर जा सकते हैं।
- कलेक्ट्रेट चौराहा: कलेक्ट्रेट से हरीपर्वत, सेंट जोंस या सूरसदन की ओर जाने वाले वाहन तहसील, पंचकुइयां, एसीपी लोहामंडी कट, लोहामंडी और मदिया कटरा से होकर जा सकते हैं।
- तहसील सदर/पंचकुइयां: नालबंद से एमजी रोड की ओर जाने वाले हल्के वाहन पंचकुइयां रोड, लोहामंडी और मदिया कटरा से होकर जा सकते हैं।
सावन में बढ़ी जाम की समस्या
सावन के पहले सोमवार को रावली महादेव मंदिर पर भक्तों की भीड़ के कारण यातायात का दबाव और बढ़ गया। बड़े वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से निकाला गया, लेकिन इससे राहत नहीं मिली। खंदारी से सिकंदरा, लोहामंडी, शाहगंज और मदिया कटरा जैसे मार्गों पर भी वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं। यातायात पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया है और लोगों से वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की अपील की है। यातायात हेल्पलाइन नंबर 9548524141 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
सामाजिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
एमजी रोड पर जाम की समस्या ने स्थानीय व्यापारियों और निवासियों में असंतोष पैदा किया है। व्यापारी बैरिकेडिंग के कारण अपने व्यवसाय में नुकसान की शिकायत कर रहे हैं। मंडलायुक्त ने मेट्रो निर्माण की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने और वैकल्पिक यातायात व्यवस्था को और प्रभावी करने के निर्देश दिए हैं। यूपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (UPMRC) ने भी आश्वासन दिया है कि निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है, ताकि लोगों को कम से कम असुविधा हो।
मेट्रो परियोजना का महत्व
आगरा मेट्रो परियोजना शहर की यातायात व्यवस्था को आधुनिक और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 29.4 किलोमीटर लंबे दो कॉरिडोर (येलो लाइन और ब्लू लाइन) के साथ यह परियोजना ताजमहल, आगरा किला, सिकंदरा और अन्य प्रमुख स्थानों को रेलवे स्टेशनों और बस टर्मिनलों से जोड़ेगी। येलो लाइन का प्रायोरिटी कॉरिडोर (ताज ईस्ट गेट से मांकमेश्वर मंदिर) मार्च 2024 में शुरू हो चुका है, और पूरे प्रोजेक्ट के 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है। हालांकि, निर्माण कार्य के कारण अभी शहरवासियों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।