अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भीषण विमान हादसे में आगरा के अकोला गांव के नीरज लवानिया और उनकी पत्नी अपर्णा लवानिया की मौत हो गई। यह दंपति अपर्णा का 50वां जन्मदिन मनाने के लिए लंदन जा रहा था। इस हृदयविदारक घटना ने उनके परिवार और गांव वालों को गहरे सदमे में डुबो दिया है।
वडोदरा की नेल्सन आईक्यू कंपनी में मैनेजर नीरज और उनकी पत्नी अपर्णा 15 दिन की लंदन यात्रा पर निकले थे। नीरज के बड़े भाई सतीश लवानिया ने बताया कि नीरज को घूमने का बहुत शौक था। गुरुवार सुबह नीरज ने उनसे बात की थी और कहा था कि वे 12 घंटे में लंदन पहुंच जाएंगे। लेकिन दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट, जिसमें 230 यात्री सवार थे, मात्र दो मिनट बाद ही क्रैश हो गई। यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे। मृतकों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी थे। इस हादसे में केवल एक यात्री जीवित बचा, जबकि 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे, 2 नवजात और 12 क्रू मेंबर की मौत हो गई।
सतीश को ब्रेकिंग न्यूज के जरिए हादसे की जानकारी मिली। उन्होंने नीरज के मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। बाद में एयर इंडिया की यात्री सूची से पुष्टि हुई कि नीरज और अपर्णा की सीट नंबर 38 और 39 थीं। शुक्रवार को सतीश अपनी पत्नी, भतीजे और भांजे के साथ अहमदाबाद के लिए रवाना हुए। वे दिल्ली पहुंच चुके हैं और वहां से फ्लाइट से अहमदाबाद जाएंगे।
नीरज, चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। वे वडोदरा की फेदर स्काई विलास कॉलोनी में रहते थे। आगरा कॉलेज से बीएससी और फिर एमबीए करने के बाद नीरज ने जयपुर, दिल्ली, हैदराबाद, पुणे और नीदरलैंड में नौकरी की। पिछले साल नवंबर में उनके पिता महावीर लवानिया के निधन पर वे अकोला आए थे, तब सतीश ने उन्हें आखिरी बार देखा था।
नीरज की 15 साल की बेटी वडोदरा में अपनी नानी के पास थी। हादसे की खबर मिलते ही उसने पुष्टि की कि उसके माता-पिता उसी फ्लाइट में थे। अकोला गांव में लोग परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। बीजेपी सांसद राजकुमार चाहर ने भी परिवार से मुलाकात की और अहमदाबाद प्रशासन से फोन पर जानकारी ली। उन्होंने कहा, “यह बहुत दुखद घटना है। हम सब चमत्कार की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन नीरज और अपर्णा अब हमारे बीच नहीं हैं।”
जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि नीरज और अपर्णा की मौत की सूचना मिलने पर एसडीएम सदर सचिन राजपूत को मौके पर भेजा गया। एसडीएम ने नीरज की बेटी से फोन पर बात की, जो वडोदरा से अहमदाबाद के अस्पताल पहुंच चुकी थी। उसने बताया कि उसे अस्पताल में कोई ठोस जानकारी नहीं मिली, लेकिन यह स्पष्ट था कि उसके माता-पिता उस फ्लाइट में थे।