अमेठी में क्रूरता की हद: मामूली विवाद में पति ने पत्नी को लाठी से पीट-पीटकर मार डाला, लोगों में दहशत

उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने लोगों को स्तब्ध कर दिया। शुकुल बाजार थाना क्षेत्र के पूरे नजर अली गांव में 14 जुलाई 2025 की रात एक मामूली कहासुनी ने इतना भयावह रूप ले लिया कि पति राजकुमार गौतम ने अपनी पत्नी प्रेमलता (40) को लाठी से तब तक पीटा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। प्रेमलता की चीखें धीरे-धीरे शांत हो गईं, और अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि की। इस क्रूर घटना से गांव में कोहराम मच गया। पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

विस्तार

अमेठी के शुकुल बाजार थाना क्षेत्र के पूरे नजर अली गांव में सोमवार, 14 जुलाई 2025 की रात एक घरेलू विवाद ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। गांव निवासी राजकुमार गौतम और उसकी पत्नी प्रेमलता (40) के बीच रात करीब 11:30 बजे किसी मामूली बात को लेकर कहासुनी शुरू हुई। यह विवाद जल्द ही हिंसक रूप ले लिया, जब राजकुमार ने गुस्से में आकर अपनी पत्नी पर लाठी से हमला शुरू कर दिया। प्रेमलता दर्द से चीखती रही, लेकिन राजकुमार का गुस्सा शांत नहीं हुआ। उसने तब तक लाठी बरसाई जब तक प्रेमलता की सांसें थम नहीं गईं। इस भयावह घटना ने न केवल परिवार, बल्कि पूरे गांव को हिलाकर रख दिया।

घटना का विवरण

स्थानीय लोगों के अनुसार, राजकुमार और प्रेमलता के बीच पहले भी कई बार झगड़े हो चुके थे, लेकिन इस बार मामला इतना गंभीर हो गया कि प्रेमलता की जान चली गई। घटना के बाद परिजनों ने प्रेमलता को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। प्रेमलता की मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि प्रेमलता एक साधारण और मेहनती महिला थी, जिसकी इस तरह की दर्दनाक मौत ने सबको झकझोर दिया।

पुलिस की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही शुकुल बाजार थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और परिजनों से पूछताछ कर जानकारी जुटाई। आरोपी पति राजकुमार गौतम को हिरासत में ले लिया गया है, और उससे गहन पूछताछ की जा रही है। थानाध्यक्ष अभिनेष कुमार ने बताया कि प्रेमलता की हत्या के आरोप में राजकुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। साक्ष्यों और परिस्थितियों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि दंपति के बीच पहले भी कई बार विवाद हो चुके थे, जो इस हादसे का कारण बने।

सामाजिक प्रभाव और चिंता

इस घटना ने अमेठी के पूरे नजर अली गांव में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि घरेलू हिंसा की ऐसी घटनाएं समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी हैं। सामाजिक कार्यकर्ता अनीता देवी ने कहा, “यह घटना दर्शाती है कि घरेलू हिंसा को लेकर जागरूकता और सख्त कानूनी कार्रवाई की कितनी जरूरत है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए समाज और प्रशासन को मिलकर काम करना होगा।” गांव के बुजुर्गों ने भी इस घटना की निंदा की और कहा कि ऐसी क्रूरता समाज में अस्वीकार्य है।

घरेलू हिंसा का व्यापक परिदृश्य

उत्तर प्रदेश में घरेलू हिंसा की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन इस तरह की क्रूरता ने एक बार फिर इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, उत्तर प्रदेश में हर साल हजारों घरेलू हिंसा के मामले दर्ज होते हैं, जिनमें से कई में महिलाओं को गंभीर चोटें या मृत्यु का सामना करना पड़ता है। सामाजिक विशेषज्ञों का कहना है कि शिक्षा, जागरूकता, और कड़े कानूनों के बावजूद, ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू हिंसा की समस्या बनी हुई है। इस घटना ने प्रशासन और समाज के सामने यह सवाल खड़ा किया है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और क्या कदम उठाए जाने चाहिए।

कानूनी प्रक्रिया और भविष्य की कार्रवाई

पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है। प्रेमलता का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है, और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर जांच को और मजबूत किया जाएगा। थानाध्यक्ष ने बताया कि साक्ष्यों और गवाहों के बयानों के आधार पर राजकुमार के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, पुलिस ने परिजनों और पड़ोसियों से भी बयान दर्ज किए हैं ताकि घटना के कारणों और परिस्थितियों को बेहतर ढंग से समझा जा सके।

समाज और प्रशासन के लिए सबक

यह घटना घरेलू हिंसा के खिलाफ जागरूकता और त्वरित हस्तक्षेप की जरूरत को रेखांकित करती है। सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के लिए काउंसलिंग सेंटर और हेल्पलाइन की सुविधा बढ़ाई जाए। इसके अलावा, पुलिस और प्रशासन को ऐसी घटनाओं की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए और सख्त दिशानिर्देश दिए जाने चाहिए।

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