अमेठी, 20 जून 2025
गौरीगंज के माधवपुर वार्ड नं. 13 में शुक्रवार को प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चकमार्ग की जमीन पर अवैध कब्जे को ध्वस्त कर दिया। यह वही स्थान है जहां दो दिन पहले अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम पर हमला हुआ था।
क्या है मामला?
माधवपुर निवासी भोलानाथ सिंह की शिकायत पर जब राजस्व विभाग की टीम चकमार्ग से अवैध निर्माण हटाने पहुंची, तो दबंगों ने महिलाओं और पुरुषों को एकत्र कर लाठी-डंडों व पत्थरों से हमला कर दिया। इस हमले में नायब तहसीलदार और लेखपाल घायल हो गए और टीम को जान बचाकर थाने की शरण लेनी पड़ी।
प्रशासन की जवाबी कार्रवाई:
हमले के दो दिन बाद एसडीएम प्रीति तिवारी की अगुवाई में भारी पुलिस बल और राजस्व विभाग की टीम के साथ बंजर भूमि पर अवैध निर्माण को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया।
सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए थे ताकि कोई दोबारा कानून व्यवस्था को चुनौती न दे सके।
एफआईआर और गिरफ्तारियां:
लेखपालों की शिकायत पर 20 से अधिक नामजद व अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। अब तक 5 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
मुख्य आरोपी कौन?
सूत्रों के मुताबिक, उदयभान सिंह नाम के व्यक्ति ने सरकारी जमीन पर अवैध रूप से पक्का निर्माण कर रखा था। उसके खिलाफ पहले से ही अन्य जमीनों पर कब्जे की शिकायतें भी सामने आई हैं। प्रशासन अब सभी मामलों की समग्र जांच में जुट गया है।
प्रशासन का संदेश साफ:
“सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।”
गुरुवार को इस मामले पर कलेक्ट्रेट में उच्च स्तरीय बैठक भी हुई थी, जिसके बाद कार्रवाई की रूपरेखा तैयार कर शुक्रवार को उसे सख्ती से लागू किया गया।