- भीम आर्मी कार्यकर्ताओं पर पुलिस की बर्बरता का आरोप, सत्ता बदलने पर हिसाब लेने की चेतावनी
- 2027 चुनाव की तैयारी, निजीकरण और असुरक्षा पर BJP को घेरा, SC-OBC से सफाई का काम छोड़ने की अपील
- बाबा साहब के अपमान पर साजिश का खंडन, बसपा के काम को आगे बढ़ाने का दावा
आजाद समाज पार्टी (ASP) और भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद चंद्रशेखर आजाद ने 25 मई 2025 को आगरा के सूरसदन में आयोजित प्रबुद्ध सम्मेलन में आगरा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले पुलिस ने जातीय अहंकार और सत्ता के घमंड में भीम आर्मी कार्यकर्ताओं को लातों से पीटा और बदसलूकी की। आजाद ने चेतावनी दी कि सत्ता बदलने पर वह दोषी पुलिस अधिकारी को आगरा लाकर हिसाब लेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू करने, निजीकरण के खिलाफ लड़ने, और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया। आजाद ने अनुसूचित जाति (SC) और पिछड़ा वर्ग (OBC) समुदायों से सफाई का काम छोड़कर डॉक्टर, इंजीनियर, IAS, IPS, और सांसद बनने की अपील की। लखनऊ में बाबा साहब अंबेडकर के अपमान और पुलिस बर्बरता के खिलाफ जल्द बड़ा प्रदर्शन करने की घोषणा की।
पुलिस पर जातीय अहंकार का आरोप
चंद्रशेखर आजाद ने आगरा में हाल ही में पुलिस और भीम आर्मी कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प का जिक्र करते हुए कहा कि एक पुलिस अधिकारी ने जातीय अहंकार दिखाते हुए कार्यकर्ताओं को लातों से पिटवाया। 22 मई 2025 को X पर ASP के आधिकारिक अकाउंट से पोस्ट में बताया गया कि थाना शाहगंज में SI अभिषेक सागर ने भीम आर्मी कार्यकर्ता आकाश जाटव को बिना कारण थप्पड़ मारा और थाने में बंद किया। आजाद ने सम्मेलन में कहा, “जिस सत्ता या जातीय घमंड में यह किया गया, हम उसका हिसाब लेंगे। हमारी सत्ता आएगी, और हम उन्हें आगरा लाकर जवाब मांगेंगे।”
2027 चुनाव और सामाजिक मुद्दे
आजाद ने कार्यकर्ताओं से 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू करने को कहा, क्योंकि “बहुजन समाज 2012 से सत्ता से बाहर है।” उन्होंने BJP सरकार पर निजीकरण के जरिए आरक्षण खत्म करने की साजिश का आरोप लगाया और कहा कि उनकी सरकार समान शिक्षा, चिकित्सा, और संविदा कर्मचारियों को स्थायी करने की व्यवस्था लागू करेगी। उन्होंने महिलाओं की असुरक्षा पर भी निशाना साधा, कहा, “हमारी सत्ता में कोई महिला की तरफ आंख उठाकर नहीं देखेगा।” SC और OBC समुदायों से सफाई का काम छोड़कर उच्च पदों पर पहुंचने की अपील की।
आजाद ने आगरा को बाबा साहब अंबेडकर की कर्मभूमि बताते हुए कहा कि यहां उनके आंसू गिरे थे, और चक्कीपाट में बुद्धविहार और उनकी अस्थियां उनकी धरोहर हैं। उन्होंने कहा, “हम बाबा साहब की असली औलाद हैं, और उनका कर्ज उतारना जानते हैं।” यह बयान आगरा में उनके मजबूत जनाधार को दर्शाता है, जहां उन्होंने पहले भी संविधान दिवस पर जनसभा की थी।
लखनऊ में प्रदर्शन की घोषणा
प्रेसवार्ता में आजाद ने लखनऊ में बाबा साहब और भगवान बुद्ध के चित्र फर्श पर लगाने की कथित साजिश में भीम आर्मी कार्यकर्ता की संलिप्तता के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा, “यह सरासर झूठ है। पुलिस के पास सबूत हो तो सार्वजनिक करे।” आजाद ने बाबा साहब के अपमान और पुलिस की लाठीचार्ज के खिलाफ लखनऊ में जल्द बड़ा प्रदर्शन करने की घोषणा की। 24 दिसंबर 2024 को आगरा में उनके बयान, “अगर मैं समाज को सड़कों पर बुलाऊं, तो सरकारें घुटनों पर आ जाएंगी,” ने उनके आक्रामक रुख को दिखाया था।
बसपा और बहुजन एकता
बसपा पर आजाद ने कहा, “हम बहनजी का सम्मान करते हैं, लेकिन समाज को मरने नहीं छोड़ सकते। हम उनके रुके हुए काम को आगे बढ़ा रहे हैं।” उन्होंने ASP को SC, ST, OBC, मुस्लिम, सिख, और जैन समुदायों को एकजुट करने वाली पार्टी बताया। यह बयान उनकी 2024 की नगीना लोकसभा जीत के बाद दलित राजनीति में बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है, जहां उन्होंने 1.51 लाख वोटों से जीत हासिल की थी।