आगरा साइबर क्राइम पुलिस ने 23 वर्षीय सन्नी मेघवाल को गिरफ्तार किया है, जो कंबोडिया और कजाकिस्तान में बैठे साइबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराता था। इस छठवीं पास युवक ने 6 महीने में 3 लाख रुपये का कमीशन कमाया और आगरा के डॉ. रविंद्र भदौरिया से 21 लाख रुपये की ठगी में शामिल था।
ठगी का तरीका
- लालच: ठगों ने व्हाट्सएप और टेलीग्राम के जरिए शेयर मार्केट, सोना, चांदी, और हीरे में निवेश का लालच दिया।
- फर्जी ऐप: पीड़ितों को फर्जी ऐप्स पर झूठा मुनाफा दिखाकर रकम जमा कराई गई।
- खाता इस्तेमाल: सन्नी के बंधन बैंक खाते में 21 लाख रुपये जमा हुए, जो बाद में विदेशी खातों में ट्रांसफर किए गए।
सन्नी मेघवाल की भूमिका
- प्रोफाइल: कोटा, राजस्थान का निवासी, 23 वर्ष, छठवीं पास, लकड़ी का व्यापारी।
- कमीशन: बिहार के एक सहयोगी के जरिए विदेशी ठगों से संपर्क, 6 महीने में 3 लाख रुपये का कमीशन।
- अपराध का दायरा: 11 राज्यों के पीड़ितों से 27 लाख रुपये की ठगी, कंबोडिया और कजाकिस्तान के नंबर मोबाइल में मिले।
पुलिस कार्रवाई
- गिरफ्तारी: डीसीपी सिटी सोनम कुमार के नेतृत्व में सन्नी को गिरफ्तार किया गया।
- सबूत: मोबाइल से विदेशी ठगों के नंबर और चैट बरामद।
- चुनौतियां: राजस्थान के बजरंग नगर में अन्य संदिग्ध फरार, स्थानीय पुलिस की मदद से तलाश जारी।
साइबर ठगी से बचाव
- संदिग्ध कॉल्स/मैसेज से सावधान रहें।
- 1930 हेल्पलाइन या cybercrime.gov.in पर तुरंत शिकायत करें।
- बैंक डिटेल्स साझा न करें।
- बेरोजगार युवाओं को कमीशन के लालच से बचना चाहिए।