छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 9 जून 2025 को कोंटा-एर्राबोरा रोड पर डोंड्रा के पास हुए एक प्रेशर IED ब्लास्ट में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) आकाश राव गिरिपुंजे शहीद हो गए। इस हमले में कई अन्य पुलिस अधिकारी और जवान भी घायल हुए हैं। हादसा उस समय हुआ, जब पुलिस टीम क्षेत्र में पैदल गश्त पर थी।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर IED के विस्फोट में ASP आकाश राव गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें तुरंत कोंटा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी स्थिति नाजुक होने के कारण वे शहीद हो गए। अन्य घायल जवानों और अधिकारियों, जिनमें कोंटा थाना प्रभारी (TI) और SDOP शामिल हैं, का इलाज कोंटा अस्पताल में चल रहा है। कुछ को बेहतर उपचार के लिए रायपुर भेजा गया है।
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने इस घटना पर गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा, “ASP आकाश राव गिरिपुंजे एक बहादुर जवान थे, जिन्हें कई वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। यह हमारे लिए दुखद क्षण है।” उन्होंने नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।
हादसे के बाद रेलवे और पुलिस ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह IED नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए लगाया गया था। सुकमा जिला नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में से एक है, और हाल के महीनों में इस तरह के हमले बढ़े हैं। 2024 में भी सुकमा में CRPF के दो जवानों की IED ब्लास्ट में मौत हुई थी।
इस घटना ने एक बार फिर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर किया है। सोशल मीडिया पर लोग ASP आकाश राव को श्रद्धांजलि दे रहे हैं और नक्सल समस्या से निपटने के लिए और सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।