सक्रिय मामले 620. अब तक 13 की जान गई
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार को एक और मरीज की इस बीमारी से मौत हो गई. मृतक 65 वर्षीय बुजुर्ग थे जो मुंह के कैंसर और किडनी की बीमारी से भी पीड़ित थे. दिल्ली में अब तक कोरोना से 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 620 सक्रिय मरीज हैं.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बीते 15 जून को एक ही दिन में तीन लोगों की मौत हुई थी. उस समय तक दिल्ली में कोरोना से 11 मौतें दर्ज की गई थीं. मरने वालों में दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल थे. 57 वर्षीय एक महिला को मधुमेह और फेफड़ों की समस्या थी. 57 वर्षीय पुरुष को भी यही बीमारियां थीं. वहीं 83 वर्षीय एक अन्य महिला मधुमेह, उच्च रक्तचाप और फेफड़ों की बीमारी से जूझ रही थीं.
पिछले तीन दिनों से सक्रिय मरीजों की संख्या में कमी देखी गई है. शनिवार को यह संख्या घटकर 672 रह गई थी और कोई नया मामला सामने नहीं आया. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के कोविड डैशबोर्ड के मुताबिक 24 घंटे में 212 मरीज ठीक हुए हैं. इस साल जनवरी से अब तक दिल्ली में 1960 कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें 11 मरीजों की मौत हुई थी. देश में कोरोना मामलों की संख्या के लिहाज से दिल्ली दूसरे स्थान पर है.
नए कोरोना स्ट्रेन के बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि यह तेजी से फैल सकता है लेकिन जरूरी नहीं कि यह पहले की तरह घातक हो. बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, छोटे बच्चे और पहले से बीमार लोग सबसे ज्यादा जोखिम में हैं. इसके लक्षणों में बुखार, सूखी खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, थकान, स्वाद या गंध न आना और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं. गंभीर मामलों में सांस की गंभीर समस्या हो सकती है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ते मामलों से घबराने की जरूरत नहीं है. सर्दी, जुकाम या सांस लेने में दिक्कत होने पर डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए. ज्यादातर मरीज घर पर ही ठीक हो रहे हैं. इसलिए संक्रमण होने पर तुरंत अस्पताल जाने की बजाय चिकित्सकीय सलाह लेना बेहतर है. लोगों को सावधानी बरतने और लक्षण दिखने पर जल्द जांच कराने की सलाह दी जा रही है.