सीएनजी कार में आग लगने से परिवार तबाह
बुलंदशहर के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे ने एक परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया. बदायूं के सहसवान से शादी समारोह में शामिल होकर दिल्ली लौट रहे तंजील अहमद और उनके परिवार की स्विफ्ट कार अनियंत्रित होकर पुलिया से टकरा गई. हादसे के बाद कार में लगी भीषण आग ने तंजील, उनकी पत्नी निदा, बहन मोमिन, बहनोई जुबैर और दो साल के भांजे जैनुल को जिंदा जला दिया. इस हादसे में केवल तंजील की 17 वर्षीय बहन गुलनाज गंभीर रूप से घायल हुई, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. तंजील और निदा की शादी सात महीने पहले ही हुई थी, और इस त्रासदी ने तीन परिवारों को गहरे सदमे में डुबो दिया.
हादसे का विवरण और कारण
सहसवान के हमूपुर चमरपुरा गांव के निवासी तंजील अहमद (25) दिल्ली के मालवीय नगर में अपनी पत्नी निदा और पिता तनवीर अहमद के साथ रहते थे. तंजील एक निजी कंपनी में काम करते थे, जबकि उनके बहनोई जुबैर रंगाई-पुताई का ठेका लेते थे. 16 जून को तंजील के चाचा अलीम की शादी में शामिल होने के लिए वे परिवार सहित बदायूं आए थे. शादी की रस्में पूरी होने के बाद बुधवार तड़के करीब चार बजे तंजील अपनी कार से पत्नी निदा, बहन मोमिन, बहनोई जुबैर और भांजे जैनुल के साथ दिल्ली के लिए रवाना हुए. जहांगीराबाद के चांदोक फैमिली रेस्टोरेंट के पास ड्राइवर तंजील को झपकी आ गई, जिससे कार पुलिया और डिवाइडर से टकराकर पलट गई. कार में लगी सीएनजी किट के कारण तुरंत आग भड़क उठी, और देखते ही देखते कार आग का गोला बन गई.
परिवार और समुदाय में शोक
हादसे की खबर फैलते ही सहसवान में तंजील और जुबैर के परिवारों में कोहराम मच गया. तंजील की शादी 18 नवंबर 2024 को निदा से हुई थी, और सात महीने बाद ही यह जोड़ा इस त्रासदी का शिकार हो गया. जुबैर, उनकी पत्नी मोमिन और दो साल के बेटे जैनुल की मौत ने रिश्तेदारों और पड़ोसियों को गहरे दुख में डुबो दिया. स्थानीय लोग और परिजन अस्पताल पहुंचे, जहां गुलनाज का इलाज चल रहा है. इस हादसे ने तीन परिवारों की खुशियों को राख में बदल दिया. परिजनों ने इस दुख को असहनीय बताया और प्रशासन से सहायता की मांग की है.
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा सड़क सुरक्षा और रात में ड्राइविंग के खतरों को फिर से सामने लाता है. पुलिस की प्रारंभिक जांच में ड्राइवर की झपकी को हादसे का कारण माना गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि सीएनजी वाहनों में आग लगने का खतरा अधिक होता है, और ऐसे हादसों को रोकने के लिए सख्त सुरक्षा मानकों की जरूरत है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे. यह घटना सभी के लिए एक चेतावनी है कि लंबी दूरी की यात्रा के दौरान ड्राइवर को पर्याप्त आराम और सावधानी बरतनी चाहिए.