शादी से पहले अपहरण कर निहाल को मार डाला
रामपुर जिले के धनुपुरा गांव में शादी से एक दिन पहले 25 वर्षीय दूल्हे निहाल की हत्या ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी. पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी सद्दाम को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया, जबकि उसका साथी फरमान पहले ही जेल भेजा जा चुका है. सद्दाम ने पूछताछ में कबूल किया कि वह दुल्हन गुलफशां से प्रेम करता था और उसका निहाल से निकाह होने की बात उसे बर्दाश्त नहीं हुई. इस कारण उसने अपने साथी के साथ मिलकर निहाल का अपहरण कर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. पुलिस ने गुलफशां को भी इस साजिश में शामिल होने के आरोप में नामजद किया है. यह घटना प्रेम और बदले की भावना से प्रेरित एक जघन्य अपराध को उजागर करती है.
मुठभेड़ में पकड़ा गया सद्दाम
पुलिस के अनुसार सद्दाम को सोमवार रात हिरासत में लिया गया था. हत्या में इस्तेमाल सामग्री बरामद करने के लिए उसे घटनास्थल पर ले जाया जा रहा था, तभी उसने एक हेड कांस्टेबल की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की. पुलिस ने पीछा किया तो उसने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में सद्दाम के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. पुलिस ने उसके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल कुछ सामान बरामद किया है. सीओ सिटी जितेंद्र सिंह ने बताया कि सद्दाम ने पूछताछ में गुलफशां के साथ अपने प्रेम संबंध और निहाल को रास्ते से हटाने की साजिश का खुलासा किया है.
हत्याकांड का खुलासा और साजिश
निहाल की शादी धनुपुरा निवासी गुलफशां से तय थी और रविवार को बारात जानी थी. शनिवार को सद्दाम ने खुद को गुलफशां का चचेरा भाई बताकर निहाल को फोन किया और कपड़ों का नाप दिलाने के बहाने घर से बुलाया. निहाल के भाई नायब के अनुसार दो बाइक सवार उसे ले गए, जिसके बाद उसका कोई पता नहीं चला. बाद में उसका शव अजीमनगर के रतनपुरा शुमाली गांव के जंगल में मिला. सद्दाम ने बताया कि गुलफशां के निकाह की खबर से वह गुस्से में था और उसने फरमान के साथ मिलकर निहाल का गला दबाकर हत्या की. पुलिस ने गंज थाने में गुलफशां, सद्दाम, फरमान और अनीस के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है.
परिवार का दुख और इंसाफ की मांग
निहाल की हत्या ने उसके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया. गूजर टोला के फकीरों वाली मस्जिद के पास रहने वाले निहाल के परिजनों ने सोमवार देर रात उसे सुपुर्द-ए-खाक किया. निहाल के भाई नायब ने कहा कि उनकी जिंदगी तबाह हो गई और वे केवल इंसाफ चाहते हैं. उन्होंने सभी आरोपियों, खासकर गुलफशां, के खिलाफ सख्त कार्रवाई और फांसी की सजा की मांग की. पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और गुलफशां की भूमिका की भी तहकीकात कर रही है. यह घटना समाज में प्रेम और साजिश के खतरनाक मिश्रण को दर्शाती है, जिसने एक निर्दोष की जान ले ली.