मथुरा में 5 से 12 जुलाई 2025 तक आयोजित होने वाले मुड़िया पूर्णिमा मेले के लिए रेलवे ने व्यापक तैयारियां की हैं। इस मेले में लाखों श्रद्धालु गोवर्धन परिक्रमा के लिए पहुंचते हैं। आगरा रेल मंडल के मथुरा जंक्शन और आगरा कैंट स्टेशनों पर भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे ने विशेष ट्रेनों और अस्थाई ठहराव की व्यवस्था की है।
विशेष ट्रेनों का विस्तार
आगरा रेल मंडल की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए कई ट्रेनों का विस्तार किया जा रहा है। मथुरा जंक्शन-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी ट्रेन को मथुरा जंक्शन तक बढ़ाया जाएगा। नई दिल्ली-आगरा कैंट इंटरसिटी एक्सप्रेस अब ग्वालियर तक चलेगी। इटावा-आगरा छावनी मेमू, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-आगरा छावनी मेमू और मैनपुरी-आगरा छावनी मेमू को मथुरा जंक्शन तक विस्तारित किया गया है। इसके अलावा आगरा छावनी-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी मेमू और आगरा छावनी-मैनपुरी मेमू को मथुरा जंक्शन से संचालित किया जाएगा।
अस्थाई ठहराव की व्यवस्था
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कुछ ट्रेनों का आगरा छावनी और मथुरा जंक्शन पर दो मिनट का अस्थाई ठहराव होगा। इनमें निजामुद्दीन-मदुरै जंक्शन, निजामुद्दीन-तिरुपति और निजामुद्दीन-यशवंतपुर ट्रेनें शामिल हैं। निजामुद्दीन-कन्याकुमारी जंक्शन ट्रेन का ठहराव मथुरा जंक्शन पर होगा। इसके अतिरिक्त, मथुरा और गोवर्धन स्टेशनों पर अतिरिक्त टिकट काउंटर, पूछताछ काउंटर, सहायता बूथ और यात्री शेड की व्यवस्था की गई है।
यात्री सुविधाएं
रेलवे ने मेले के दौरान यात्रियों की यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। आगरा से गोवर्धन के लिए 250 रोडवेज बसें भी चलाई जाएंगी, जो हर आधे घंटे में उपलब्ध होंगी। रेलवे अधिकारियों ने मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है, हालांकि कुछ पार्षदों ने रेलवे की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं।
मेले का महत्व
मुड़िया पूर्णिमा मेला मथुरा और गोवर्धन में आस्था का प्रमुख केंद्र है। लाखों श्रद्धालु इस दौरान गोवर्धन परिक्रमा के लिए पहुंचते हैं। रेलवे और स्थानीय प्रशासन की ये तैयारियां श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए हैं, ताकि उनकी यात्रा आरामदायक और सुरक्षित हो।