पीड़िताओं को दी नसीहत. त्वरित निस्तारण के दिए निर्देश
मथुरा में सोमवार को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता सिंह चौहान ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में जनसुनवाई कर 16 पीड़ित महिलाओं की समस्याएं सुनीं. उन्होंने कहा कि प्रेम संबंधों के कारण परिवारों में विघटन की स्थिति बढ़ रही है, जिससे घरेलू हिंसा के मामले सामने आ रहे हैं. दंपतियों को संयम बरतने की सलाह देते हुए उन्होंने पीड़िताओं को नसीहत दी कि ऐसी परिस्थितियों से बचा जाए.
जनसुनवाई में ज्यादातर मामले पारिवारिक विवाद, घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा और विवाह के बाद प्रेम संबंधों से जुड़े थे. चौहान ने इन मामलों के त्वरित निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने जिले में गुमशुदा बालिकाओं की बरामदगी के लिए भी पुलिस को कड़े कदम उठाने को कहा. जनसुनवाई में पुलिस उपाधीक्षक (क्राइम), जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी और जिला दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी मौजूद रहे.
चौहान ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं चला रही है. सरकार का लक्ष्य है कि महिलाओं को इन योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ मिले. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के कारण महिला उत्पीड़न के मामलों में कमी आई है. प्रदेश में इन मामलों के निस्तारण की दर 98.60 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जो देश में सर्वाधिक है.
महिला आयोग की अध्यक्ष ने जोर दिया कि पारिवारिक विघटन को रोकने के लिए सामाजिक जागरूकता जरूरी है. प्रेम संबंधों से उत्पन्न होने वाली समस्याओं को सुलझाने के लिए दंपतियों को आपसी समझ और संवाद बढ़ाने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और पुलिस की सक्रियता बढ़ाई गई है.
जनसुनवाई के दौरान पीड़िताओं ने अपनी समस्याएं खुलकर रखीं. कुछ मामलों में तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए गए, जबकि कुछ को गहन जांच के लिए संबंधित विभागों को सौंपा गया. चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी मामलों का निपटारा जल्द से जल्द किया जाए ताकि पीड़िताओं को न्याय मिल सके. यह जनसुनवाई महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.