फिरोजाबाद के शिकोहाबाद में ट्रिपल मर्डर और मथुरा के कोसी हत्याकांड के 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश राजू खान की पुलिस मुठभेड़ में मौत के मामले की जांच अब तेज हो गई है. इस एनकाउंटर की जांच फिरोजाबाद पुलिस की बजाय किसी अन्य जिले की पुलिस को सौंपने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. क्राइम ब्रांच ने प्रारंभिक जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट डीआईजी आगरा रेंज को भेज दी है. सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान मुठभेड़ के दृश्य को दोबारा री-क्रिएट किया जा सकता है ताकि घटना की पूरी सच्चाई सामने आए.
मुठभेड़ का घटनाक्रम
20 जून 2025 को शिकोहाबाद इलाके में पुलिस और राजू खान के बीच मुठभेड़ हुई. पुलिस के अनुसार, राजू खान ने भागने की कोशिश में गोलीबारी की, जिसके जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की. इस दौरान राजू खान गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मुठभेड़ में एक सिपाही हरवीर सिंह भी घायल हुआ. घटना के तुरंत बाद क्राइम ब्रांच और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए. पुलिस ने हथियार और अन्य सामग्री बरामद की, जो जांच का हिस्सा बनेगी. राजू खान पर 4-5 मार्च 2025 को एक बुजुर्ग दंपती की हत्या और लूटपाट के साथ-साथ 15 जून 2025 को एक वृद्ध महिला पर हमले और लूट का आरोप था.
जांच की प्रक्रिया
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस एनकाउंटर की निष्पक्ष जांच के लिए इसे फिरोजाबाद से बाहर किसी अन्य जिले की पुलिस को सौंपा जाएगा. शिकोहाबाद सीओ प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि जांच के लिए दूसरे जिले का चयन डीआईजी आगरा रेंज के कार्यालय द्वारा किया जाएगा. वहां का एसएसपी इस मामले की जांच के लिए एक विवेचक नियुक्त करेगा. अभी क्राइम ब्रांच ने प्रारंभिक जांच पूरी कर ली है और सभी जरूरी दस्तावेज डीआईजी को भेज दिए गए हैं. जांच में मुठभेड़ की परिस्थितियों, गोलीबारी के क्रम और साक्ष्यों की गहन पड़ताल की जाएगी. मुठभेड़ के दृश्य को री-क्रिएट करने की संभावना भी जताई जा रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि घटना कैसे हुई.
पुलिस की कार्रवाई और जांच की जरूरत
राजू खान की आपराधिक पृष्ठभूमि को देखते हुए पुलिस ने इस मुठभेड़ को अपराध नियंत्रण की दिशा में बड़ा कदम बताया है. फिरोजाबाद एसएसपी सौरभ दीक्षित ने स्वयं इस ऑपरेशन का नेतृत्व किया था. हालांकि, एनकाउंटर की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए जांच को दूसरे जिले की पुलिस को सौंपा जा रहा है. यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि किसी भी तरह के विवाद से बचा जा सके और जांच निष्पक्ष हो. डीआईजी आगरा रेंज इस मामले की प्रगति पर नजर रखे हुए हैं.
आगे की प्रक्रिया
जांच में शामिल होने वाले जिले का नाम जल्द तय होगा. विवेचक घटनास्थल का दौरा करेगा और गवाहों के बयान दर्ज करेगा. फॉरेंसिक साक्ष्यों और मुठभेड़ की परिस्थितियों का विश्लेषण कर अंतिम रिपोर्ट तैयार की जाएगी. इस जांच से यह स्पष्ट होगा कि मुठभेड़ में पुलिस की कार्रवाई कितनी उचित थी. फिलहाल, पुलिस ने इस मामले में गोपनीयता बरतते हुए ज्यादा जानकारी साझा नहीं की है.