आगरा में एक LIC अधिकारी को पाकिस्तानी नंबर से व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश की गई। साइबर ठग ने पुलिस की वर्दी में धमकाया, लेकिन अधिकारी की सतर्कता और चालाकी ने ठगों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
आगरा के कावेरी विहार, शमसाबाद रोड निवासी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के अधिकारी दिनेश गुप्ता सोमवार को साइबर ठगी का शिकार होने से बाल-बाल बच गए। रविवार दोपहर को उनके व्हाट्सएप पर +92 से शुरू होने वाले पाकिस्तानी नंबर से वीडियो कॉल आई। नंबर देखकर वह चौंक गए, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव कर लिया।
कॉल पर एक शख्स पुलिस की वर्दी में दिखाई दिया, जो धमकी भरे लहजे में बोला, “आपने धोखाधड़ी की है, पुलिस कार्रवाई कर रही है।” ठग ने बैंक खातों की जानकारी मांगनी शुरू कर दी। दिनेश गुप्ता पहले तो घबरा गए, लेकिन उन्हें साइबर ठगी की तरकीबों का अंदाजा था। उन्होंने तुरंत कॉल काट दी और ठगी से बच गए।
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि अगर कोई पुलिस की वर्दी में वीडियो कॉल कर निजी जानकारी या पैसे मांगे, तो यह साइबर ठगी की साजिश हो सकती है। अनजान नंबरों से आने वाली कॉल्स को रिसीव न करें। साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।