ताजमहल के पास हवाई फायरिंग का सनसनीखेज खुलासा: ‘मन में आया तो चला दी गोली’, आरोपी की बात सुन पुलिस भी हैरान

आगरा के ताजमहल के पास पश्चिमी गेट पर हाई सिक्योरिटी जोन में हुई हवाई फायरिंग की घटना ने सभी को चौंका दिया। पुलिस ने इस मामले में आजमगढ़ के पंकज कुमार सिंह और टैक्सी चालक नंदलाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पूछताछ में पंकज ने फायरिंग की जो वजह बताई, वह सुनकर पुलिस भी अवाक रह गई। उसने कहा कि बैरियर पर रोकने से नाराज होकर उसका ‘मन कर गया’, इसलिए उसने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से तीन गोलियां चला दीं। इस घटना ने ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, और आरोपी के शस्त्र लाइसेंस को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।घटना का विवरण:
30 जून 2025 को सुबह करीब 9:15 बजे, ताजमहल के पश्चिमी गेट की पार्किंग के पास यलो जोन बैरियर पर एक सनसनीखेज घटना घटी। मथुरा नंबर की एक अर्टिगा कार में सवार पंकज कुमार सिंह, जो आजमगढ़ के बलरामपुर का निवासी है, ताजमहल की ओर जाने की कोशिश कर रहा था। उसने खुद को भारत सरकार का अधिकारी बताकर अमरूट टीला बैरियर से 500 मीटर के प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करने की मांग की। जब पुलिसकर्मियों ने उसे रोका, तो उसने उनके साथ अभद्रता की और कार को 100 मीटर पीछे ले जाकर अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से तीन हवाई फायर किए। गोलीबारी की आवाज से इलाके में अफरातफरी मच गई, और पर्यटकों में दहशत फैल गई। पंकज इसके बाद कार लेकर फरार हो गया और टैक्सी बदलकर लखनऊ पहुंच गया।पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
आगरा पुलिस ने महज सात घंटे में इस मामले का खुलासा कर लिया। कार की पहचान और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने लखनऊ में पंकज कुमार सिंह को गिरफ्तार किया। उसके पास से कानपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की एक लाइसेंसी रिवॉल्वर और तीन कारतूस के खोखे बरामद किए गए। पुलिस ने टैक्सी चालक नंदलाल, जो पंकज को वृंदावन से आगरा लाया था, को भी गिरफ्तार किया। 1 जुलाई 2025 को दोनों आरोपियों को आगरा की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। ताज सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी राजन सिंह की शिकायत पर आर्म्स एक्ट, अभद्र व्यवहार, और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि पंकज के शस्त्र लाइसेंस को निरस्त करने के लिए आजमगढ़ प्रशासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है।
पुलिस पूछताछ में पंकज ने पहले तो फायरिंग की वजह बताने से इनकार किया। सख्ती से पूछने पर उसने कहा कि बैरियर पर पुलिस द्वारा रोके जाने से वह नाराज हो गया था, और ‘मन में आया तो गोली चला दी।’ उसने कोई ठोस कारण नहीं बताया, जिससे पुलिस भी हैरान रह गई। पंकज के परिजनों ने दावा किया कि वह मानसिक रूप से बीमार है और इसके समर्थन में 2003 का एक पुराना मेडिकल पर्चा दिखाया। हालांकि, हाल के वर्षों का कोई मेडिकल रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किया गया। पुलिस इस दावे की जांच कर रही है, साथ ही यह सवाल भी उठ रहा है कि अगर पंकज मानसिक रूप से अस्थिर था, तो उसे 2021 में शस्त्र लाइसेंस कैसे जारी किया गया।टैक्सी चालक की भूमिका:
टैक्सी चालक नंदलाल को भी इस मामले में सह-आरोपी बनाया गया है। डीसीपी सिटी के अनुसार, नंदलाल ने फायरिंग के बाद पुलिस को सूचित नहीं किया और पंकज की मदद की। उसने पंकज को ऐसी जगह छोड़ा, जहां से वह आसानी से लखनऊ भाग सके। नंदलाल पर पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता और आरोपी की मदद करने का आरोप है। पुलिस ने इस आधार पर उसे भी गिरफ्तार किया।सुरक्षा पर सवाल:
यह घटना ताजमहल जैसे विश्व धरोहर स्थल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। हाल ही में आगरा एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी के बाद सुरक्षा और सख्त की गई थी, फिर भी इस तरह की घटना ने पुलिस और प्रशासन को सकते में डाल दिया। पुलिस ने अब ताजमहल के आसपास सुरक्षा और कड़ी करने का दावा किया है, और इस मामले में आगे की जांच जारी है।

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