ताजमहल में पर्यटकों का सैलाब: धक्का-मुक्की से बिगड़ा माहौल, गर्मी से 5 सैलानियों की तबीयत खराब, व्यवस्थाएं चरमराईं

ताजमहल की खूबसूरती का दीदार करने आए पर्यटकों की भारी भीड़ ने रविवार को स्मारक पर हंगामे की स्थिति पैदा कर दी। करीब 28,000 सैलानियों के उमड़ने से पश्चिमी गेट पर धक्का-मुक्की का माहौल बन गया। गोल्फ कार्ट के लिए लंबी कतारें लगीं, और अमानती घर से लेकर शिल्पग्राम तक व्यवस्थाएं चरमरा गईं। गर्मी और उमस के कारण पांच पर्यटकों की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार दिया गया। इस घटना ने ताजमहल की भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

ताजमहल पर भीड़ का मंजर

रविवार को ताजमहल पर पर्यटकों का हुजूम उमड़ पड़ा। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा के लिए आगरा आए 12,000 अभ्यर्थियों में से बड़ी संख्या में लोग परीक्षा के बाद ताजमहल देखने पहुंचे। इसके अलावा, सावन के पहले सोमवार से ठीक पहले रविवार होने के कारण स्थानीय और बाहरी पर्यटकों की भी भारी भीड़ थी। पश्चिमी गेट पर प्रवेश के लिए लंबी-लंबी कतारें लग गईं, और पर्यटकों के बीच धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई। गोल्फ कार्ट की सुविधा के लिए भी सैलानियों को लंबा इंतजार करना पड़ा, जिससे कई लोग परेशान नजर आए।

व्यवस्थाओं की कमी उजागर

ताजमहल के अमानती घर में बैग रखने की जगह नहीं बची, जिसके कारण कई पर्यटकों को अपने बैग प्रवेश द्वार की रेलिंग पर टांगकर स्मारक में जाना पड़ा। यह स्थिति सुरक्षा व्यवस्था की लापरवाही को दर्शाती है। पुलिस और सुरक्षा कर्मियों की मौजूदगी के बावजूद भीड़ को नियंत्रित करने में कमी दिखी। शिल्पग्राम से लेकर मुख्य स्मारक तक भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था पूरी तरह बेकार साबित हुई। पर्यटकों ने शिकायत की कि टिकट काउंटर, प्रवेश द्वार, और गोल्फ कार्ट की सुविधा में समन्वय की कमी थी, जिससे अव्यवस्था बढ़ी।

गर्मी ने बढ़ाई मुश्किलें

गर्मी और उमस ने पर्यटकों की मुश्किलें और बढ़ा दीं। पांच सैलानियों की तबीयत बिगड़ने की खबरे सामने आईं, जिनमें शामिल हैं:

  • लक्ष्मी (उज्जैन): बुखार की शिकायत।
  • कमला बाई (उज्जैन): सिरदर्द।
  • कैलाशी बाई (उज्जैन): सिरदर्द।
  • दुर्गेश (शाहजहांपुर): उल्टी की समस्या।
  • श्याम शर्मा (उत्तराखंड): गर्मी के कारण चक्कर आना।

इन सभी पर्यटकों को पश्चिमी गेट पार्किंग स्थित पर्यटक सुविधा केंद्र की डिस्पेंसरी में प्राथमिक उपचार दिया गया। हालांकि, समय पर उपचार मिलने से उनकी स्थिति स्थिर हो गई, लेकिन इस घटना ने ताजमहल में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को भी उजागर किया।

भीड़ का कारण: परीक्षा और सावन का उत्साह

रविवार को आगरा में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा के कारण शहर में हजारों अभ्यर्थी पहुंचे थे। इनमें से कई ने परीक्षा के बाद ताजमहल का रुख किया। साथ ही, सावन के पहले सोमवार से पहले रविवार होने के कारण स्थानीय और बाहरी पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा हुआ। ताजमहल की खूबसूरती और ऐतिहासिक महत्व हर साल लाखों सैलानियों को आकर्षित करता है, लेकिन इस बार भीड़ ने प्रबंधन के लिए चुनौती खड़ी कर दी।

प्रशासन की लापरवाही पर सवाल

इस घटना ने ताजमहल के प्रबंधन और प्रशासन की तैयारियों पर कई सवाल खड़े किए हैं। पर्यटकों ने शिकायत की कि भीड़ प्रबंधन के लिए पर्याप्त कर्मचारी नहीं थे, और सुरक्षा व्यवस्था भी कमजोर थी। अमानती घर में जगह की कमी और गोल्फ कार्ट की अपर्याप्त संख्या ने सैलानियों की परेशानी को और बढ़ाया। स्थानीय लोगों का कहना है कि ताजमहल में हर वीकेंड भारी भीड़ होती है, लेकिन प्रशासन इसकी पहले से तैयारी नहीं करता।

पर्यटकों की मांग: बेहतर व्यवस्था

ताजमहल का दीदार करने आए पर्यटकों ने प्रशासन से बेहतर व्यवस्था की मांग की है। इनमें शामिल हैं:

  • भीड़ प्रबंधन: टिकट काउंटर और प्रवेश द्वार पर अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती।
  • स्वास्थ्य सुविधाएं: गर्मी और उमस के दौरान मेडिकल सुविधाओं की उपलब्धता।
  • सुरक्षा: अमानती घर और स्मारक परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था।
  • सुविधाएं: गोल्फ कार्ट और अन्य परिवहन साधनों की संख्या बढ़ाने की जरूरत।

सामाजिक और प्रशासनिक प्रभाव

यह घटना ताजमहल जैसे विश्व धरोहर स्थल पर पर्यटक प्रबंधन की खामियों को उजागर करती है। आगरा का ताजमहल न केवल भारत की शान है, बल्कि विश्व पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र भी है। ऐसी घटनाएं पर्यटकों के अनुभव को खराब कर सकती हैं और स्मारक की छवि को नुकसान पहुंचा सकती हैं। स्थानीय लोग और पर्यटक अब प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि ताजमहल में ऐसी अव्यवस्थाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।

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