लखनऊ, 20 जून 2025
उत्तर प्रदेश में सरकारी तबादलों को लेकर उठे भ्रष्टाचार के आरोपों पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से विजिलेंस और एसआईटी (विशेष जांच टीम) गठित कर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
मायावती का ट्वीट:
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा:
“यूपी में ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर लगातार भ्रष्टाचार की चर्चा आम है। ऐसे में मुख्यमंत्री को सख्त कदम उठाने चाहिए। विजिलेंस को सक्रिय कर और समयबद्ध एसआईटी गठित कर इस पूरे सिस्टम की सफाई करना जनहित और राष्ट्रहित दोनों के लिए आवश्यक है।”
क्या है मामला?
हाल ही में स्टांप एवं पंजीयन विभाग में हुए 210 तबादलों में भारी भ्रष्टाचार की शिकायत सामने आई थी। आरोप है कि तबादले पैसे लेकर किए गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल कार्रवाई करते हुए IG स्टांप समीर वर्मा को पद से हटा दिया और उनके सभी 210 तबादलों को रद्द कर दिया। यह कार्रवाई विभागीय राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल की लिखित शिकायत पर की गई।
मायावती ने क्यों उठाई मांग?
मायावती का मानना है कि उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में ट्रांसफर-पोस्टिंग एक “कमाई का जरिया” बन चुकी है और यह व्यवस्था को भीतर से खोखला कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में सिर्फ कार्रवाई ही नहीं, व्यवस्थागत सुधार भी जरूरी है।