उत्तर प्रदेश पुलिस में शामिल हो रहे नवचयनित सिपाहियों को अब केवल कानूनी नियमों का ही नहीं, बल्कि नागरिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें यह सिखाया जाएगा कि तलाशी या गिरफ्तारी जैसी संवेदनशील कार्रवाई के समय ‘माफ करिएगा’ जैसे विनम्र शब्दों का प्रयोग करें और अगर कोई नागरिक सहयोग करता है तो उसे धन्यवाद देना सीखें। यह पहल पुलिस और जनता के बीच विश्वास को मजबूत करने के उद्देश्य से की जा रही है।
इसके साथ ही सिपाहियों को सोशल मीडिया पर राजनीतिक या भड़काऊ टिप्पणी करने से सख्ती से रोका जाएगा। यदि कोई प्रशिक्षु अनुशासनहीनता, नशा सेवन, वरिष्ठों से दुर्व्यवहार या किसी प्रकार की आपत्तिजनक गतिविधियों में शामिल पाया जाता है, तो उसके खिलाफ निलंबन से लेकर सेवा समाप्ति तक की कार्रवाई की जा सकती है। प्रशिक्षण के दौरान सिपाहियों के आत्मसम्मान का भी ध्यान रखा जाएगा ताकि उनमें हीनभावना न पनपे और वे जनता के साथ संवेदनशील और सम्मानजनक व्यवहार कर सकें। इस नए प्रशिक्षण मॉडल का उद्देश्य एक अनुशासित, जिम्मेदार और जनसेवक पुलिस बल तैयार करना है।