पुलिस और नेताओं में हुई धक्कामुक्की. नगर पालिका ने लगाया ताला
पीलीभीत में बुधवार सुबह समाजवादी पार्टी (सपा) के जिला कार्यालय को खाली कराने की कार्रवाई के दौरान जमकर हंगामा हुआ. नगर पालिका की टीम ने नकटादाना चौराहे पर स्थित कार्यकारी अधिकारी (ईओ) के आवास में चल रहे सपा कार्यालय पर कब्जा कर लिया और ताला लगा दिया. इस दौरान सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा समेत 15 से अधिक कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. कार्रवाई के विरोध में सपा नेताओं और पुलिस के बीच तीखी बहस और धक्कामुक्की भी हुई.
कार्रवाई सुबह करीब 10 बजे शुरू हुई. सिटी मजिस्ट्रेट विजय वर्धन तोमर, ईओ संजीव कुमार और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा. सपा कार्यालय से सटे एक कमरे का ताला तोड़ा गया. जैसे ही यह खबर सपा नेताओं तक पहुंची, जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा, समाजवादी युवजन सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजकुमार राजू, यूसुफ कादरी, पिंटू यादव सहित कई कार्यकर्ता मौके पर जमा हो गए. सपा नेताओं ने कार्रवाई का विरोध किया और अधिकारियों से बहस की. इस दौरान पुलिस ने जिलाध्यक्ष को धक्का देकर हटाया, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया.
नगर पालिका ने कार्यालय खाली कराकर भवन पर अपना ताला लगा दिया. हंगामे के बीच पुलिस ने 15 से अधिक सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया. नकटादाना चौराहे पर कुछ देर के लिए अफरातफरी का माहौल रहा. इस भवन को 2006 में सपा कार्यालय के लिए आवंटित किया गया था, लेकिन 2020 में इसका आवंटन समाप्त हो गया था. इसके बावजूद कार्यालय संचालित हो रहा था.
नगर पालिका ने एक माह पहले कार्यालय खाली करने की प्रक्रिया शुरू की थी. 10 जून को नोटिस चस्पा कर कार्यालय खाली करने का निर्देश दिया गया था. ईओ ने पुलिस और अन्य अधिकारियों से सहयोग मांगा था. मंगलवार को कार्रवाई शुरू हुई थी, लेकिन सपा नेताओं की मांग पर छह दिन का समय दिया गया था. समय पूरा होने पर बुधवार को प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए भवन खाली करा लिया.
सपा ने इस कार्रवाई को सत्ताधारी पार्टी की ओर से राजनैतिक विद्वेष का परिणाम बताया है. सुप्रीम कोर्ट ने 16 जून को सपा की याचिका खारिज कर दी थी और मामले को इलाहाबाद हाई कोर्ट में ले जाने को कहा था. इस घटना ने स्थानीय स्तर पर तनाव बढ़ा दिया है और सपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश देखा जा रहा है.