उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में अवैध धर्मांतरण के गंभीर मामले में यूपी एटीएस ने जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को गिरफ्तार किया है। इस मामले ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया है। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान ने इस घिनौने अपराध के लिए सख्त सजा की मांग की है। उन्होंने इसे समाज के लिए जहरीला और राष्ट्रविरोधी कृत्य करार दिया है।
‘रेट लिस्ट’ और 100 करोड़ का लेनदेन
जांच में सामने आया है कि छांगुर बाबा ने विभिन्न समुदायों की लड़कियों को निशाना बनाकर धर्म परिवर्तन के लिए एक ‘रेट लिस्ट’ तैयार की थी। यह खुलासा समाज में गहरे आक्रोश का कारण बना है। डॉ. बबीता चौहान ने कहा, “हमारी बेटियां किसी की प्रयोगशाला नहीं हैं कि उन पर जबरन धर्मांतरण का जहर थोपा जाए।” जांच एजेंसियों ने पाया कि छांगुर बाबा के 40 से अधिक बैंक खातों में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का लेनदेन हुआ, जिसमें विदेशी फंडिंग, खासकर खाड़ी देशों से, शामिल है। इसके अलावा, उसके 40 इस्लामिक देशों में संपर्क होने की बात भी सामने आई है।
सख्त कार्रवाई की मांग
महिला आयोग की अध्यक्ष ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए छांगुर बाबा के लिए फांसी की सजा की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही, उन्होंने इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों पर भी शिकंजा कसने की बात कही। मंगलवार को बलरामपुर के मधुपुर गांव में छांगुर बाबा की आलीशान कोठी को प्रशासन ने बुलडोजर से ढहा दिया।
अभिभावकों से सतर्कता की अपील
डॉ. बबीता चौहान ने अभिभावकों से अपनी बेटियों पर नजर रखने की अपील की है। उन्होंने सलाह दी कि माता-पिता यह सुनिश्चित करें कि उनकी बेटियां कहां जा रही हैं, किसके संपर्क में हैं और क्या कर रही हैं। महिला आयोग ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पूरे प्रदेश में जागरूकता अभियान शुरू करने की घोषणा की है।
जांच में और खुलासे की उम्मीद
यूपी एटीएस और अन्य जांच एजेंसियां इस मामले की गहराई से पड़ताल कर रही हैं। छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन की गिरफ्तारी के बाद इस नेटवर्क के और भी तार खुलने की संभावना है। यह मामला न केवल सामाजिक अपराध बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा माना जा रहा है।