उत्तर प्रदेश में मॉनसून की सक्रियता ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। बुंदेलखंड और मध्य प्रदेश से सटे जिलों में आज भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जबकि पूर्वांचल और पश्चिमी यूपी के ज्यादातर हिस्सों में मौसम अपेक्षाकृत शांत रहेगा। मौसम विभाग ने बुंदेलखंड के छह जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, साथ ही 41 जिलों में गरज-चमक के साथ वज्रपात की आशंका जताई है। मंगलवार को मुरादाबाद में सबसे ज्यादा 122 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद बरेली में 70 मिमी, ललितपुर में 66 मिमी, रामपुर में 43.6 मिमी, और झांसी में 39 मिमी बारिश हुई।
मानसूनी ट्रफ लाइन का प्रभाव
लखनऊ के आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मानसूनी ट्रफ लाइन वर्तमान में भटिंडा से रोहतक, कानपुर होते हुए मध्य प्रदेश की ओर जा रही है। इस वजह से मध्य प्रदेश से सटे बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में मॉनसून अधिक सक्रिय है। इन इलाकों में भारी बारिश की संभावना है, जबकि पूर्वी तराई क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी और बादलों की आवाजाही रहेगी।
भारी बारिश और वज्रपात का खतरा
मौसम विभाग ने बुंदेलखंड के बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, और झांसी सहित छह जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, बहराइच, लखीमपुर खीरी, कानपुर देहात, कानपुर नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनagar, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, जालौन, हमीरपुर, महोबा, और ललितपुर सहित 41 जिलों में गरज-चमक और वज्रपात की संभावना है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे न रुकें।
तैयारियां और सावधानियां
लखनऊ, कानपुर, और अन्य प्रमुख शहरों में नगर निगम ने शहरी बाढ़ से निपटने के लिए नालों की सफाई और आपातकालीन टीमें तैनात की हैं। यूपी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जिलाधिकारियों को घाघरा और गंगा नदियों के किनारे बाढ़-संवेदनशील क्षेत्रों में राहत और बचाव टीमें तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश में मॉनसून की सक्रियता ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। बुंदेलखंड और मध्य प्रदेश से सटे जिलों में आज भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जबकि पूर्वांचल और पश्चिमी यूपी के ज्यादातर हिस्सों में मौसम अपेक्षाकृत शांत रहेगा। मौसम विभाग ने बुंदेलखंड के छह जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, साथ ही 41 जिलों में गरज-चमक के साथ वज्रपात की आशंका जताई है। मंगलवार को मुरादाबाद में सबसे ज्यादा 122 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद बरेली में 70 मिमी, ललितपुर में 66 मिमी, रामपुर में 43.6 मिमी, और झांसी में 39 मिमी बारिश हुई।
मानसूनी ट्रफ लाइन का प्रभाव
लखनऊ के आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मानसूनी ट्रफ लाइन वर्तमान में भटिंडा से रोहतक, कानपुर होते हुए मध्य प्रदेश की ओर जा रही है। इस वजह से मध्य प्रदेश से सटे बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में मॉनसून अधिक सक्रिय है। इन इलाकों में भारी बारिश की संभावना है, जबकि पूर्वी तराई क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी और बादलों की आवाजाही रहेगी।
भारी बारिश और वज्रपात का खतरा
मौसम विभाग ने बुंदेलखंड के बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, और झांसी सहित छह जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, बहराइच, लखीमपुर खीरी, कानपुर देहात, कानपुर नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनagar, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, जालौन, हमीरपुर, महोबा, और ललितपुर सहित 41 जिलों में गरज-चमक और वज्रपात की संभावना है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे न रुकें।
तैयारियां और सावधानियां
लखनऊ, कानपुर, और अन्य प्रमुख शहरों में नगर निगम ने शहरी बाढ़ से निपटने के लिए नालों की सफाई और आपातकालीन टीमें तैनात की हैं। यूपी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जिलाधिकारियों को घाघरा और गंगा नदियों के किनारे बाढ़-संवेदनशील क्षेत्रों में राहत और बचाव टीमें तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।